बिहार के महत्वपूर्ण चेहरे जिसने भारतीय इतिहास में अपना नाम सुनहरे अक्षरों में दर्ज करवाए हैं
बिहार के महत्वपूर्ण चेहरे जिसने भारतीय इतिहास में अपना नाम सुनहरे अक्षरों में दर्ज करवाए हैं
जब भी बिहार का नाम आता है तो सब हिन भाव से देखते हैं। लेकिन यह वही लोग करते है जिन्हें बिहार के बारे में कुछ पता नहीं है। तो आइए आपको बिहार के कुछ महत्वपूर्ण चेहरे से रूबरू करवाते है। जिसके बाद आप भी बिहार पर गर्व करने लगेंगे।
जब भी बिहार का नाम आता है तो सब हिन भाव से देखते हैं। लेकिन यह वही लोग करते है जिन्हें बिहार के बारे में कुछ पता नहीं है। तो आइए आपको बिहार के कुछ महत्वपूर्ण चेहरे से रूबरू करवाते है। जिसके बाद आप भी बिहार पर गर्व करने लगेंगे।
डॉ राजेंद्र प्रसाद
डॉ राजेंद्र प्रसाद का जन्म बिहार के सीवान जिले के जीरदोई ग्राम में 3 दिसंबर 1884 में हुई थी। आपको बता दें की हमारे देश के प्रथम राष्ट्रपति बिहार के डॉ राजेंद्र प्रसाद बने थे। इतना ही नहीं इन्होंने भारत के निर्माण में अहम भूमिका निभाई थी।
आर्यभट्ट
आर्यभट्ट जिन्होंने दुनिया को शुन्य से रूबरू करवाया। ऐसे महान गणितज्ञ का जन्म सन् 476 में बिहार के पाटलिपुत्र में हुआ था। आर्यभट्ट एक प्रसिद्ध खगोलशास्त्री और गणितज्ञ के रूप में देखे जाते हैं।
दशरथ माँझी
360 फुट लंबी 30 फुट चौड़ी और 25 फुट ऊँचे पहाड़ को काट कर एक सड़क का निर्माण करने वाले दशरथ माँझी भी बिहार के ही हैं। इनका जन्म 14 जनवरी 1929 को गया जीला के गहलौर गांव में हुआ था। दशरथ माँझी एक गरीब परिवार के थे।
चाणक्य
चाणक्य जिसने दुनिया को वेदों और शास्त्रों से परिचित करवाया। जिसने दुनिया को राजनितज्ञ ज्ञान सिखाया वह भी बिहार के ही मुल निवासी थे। सम्राट अशोक एक महान शासक के रूप में जाने जाते हैं जिन्होंने अंखड भारत पर अपना विजय का पताका लहराया था। ऐसे महान सम्राट का भी जन्म बिहार के पाटलिपूत्र में 304 ई. पूर्व हुआ था। बिहार के सम्राट अशोक को भारतीय इतिहास के महानतम शासक माने जाते हैं। गौरतलब है कि अशोक चक्र को ही भारतीय झंडे के केंद्र में रखा गया है।