इंदौर। कम अवधि के लिए संविदा नियुक्ति के आधार पर सैन्य बलों में भर्ती की नयी ‘‘अग्निपथ’’ योजना के खिलाफ इंदौर के करीब 150 युवा बृहस्पतिवार को सड़क पर उतरे। उन्होंने शहर के एक व्यस्त चौराहे पर तिरंगे झंडों के साथ प्रदर्शन कर इस योजना पर आक्रोश जताया। सैन्य बलों में भर्ती की लम्बे समय से तैयारी कर रहे युवाओं ने मरीमाता चौराहे पर प्रदर्शन के दौरान केंद्र सरकार से मांग की कि ‘‘अग्निपथ’’ योजना को तुरंत वापस लिया जाए।
मौके पर पहुंचे पुलिस बल में शामिल एक आला अफसर ने पुलिस की गाड़ी से उद्घोषणा करते हुए आक्रोशित प्रदर्शनकारियों से अपील की कि वे ज्ञापन देकर शांति से अपनी मांग रखें। पुलिस की इस अपील के बाद प्रदर्शनकारियों ने मौके पर मौजूद अफसरों को ‘‘अग्निपथ’’ योजना के खिलाफ ज्ञापन सौंपा।
प्रदर्शनकारियों में शामिल एक युवा ने कहा,‘‘कोई लोकसभा सांसद केवल पांच साल पद पर रहकर जीवन भर पेंशन पाता है। फिर अग्निपथ योजना के तहत सेना में भर्ती में होने वाले युवाओं के लिए पेंशन का प्रावधान क्यों नहीं है?" सेना में भर्ती की तैयारी कर रहे युवा ने कहा कि अगर नौजवानों के भविष्य के फैसले सांसद ले रहे हैं, तो सांसदों को ही देश की सरहदों पर तैनात कर दिया जाए।
गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने दशकों पुरानी रक्षा भर्ती प्रक्रिया में आमूल-चूल परिवर्तन करते हुए थलसेना, नौसेना और वायुसेना में सैनिकों की भर्ती संबंधी ‘‘अग्निपथ’’ योजना की मंगलवार को घोषणा की थी जिसके तहत सैनिकों की भर्ती चार साल की लघु अवधि के लिए संविदा आधार पर की जाएगी। First Updated : Thursday, 16 June 2022