आजादी के 100 वर्ष पूरे होने पर दुनिया को दिशा देने वाली हो भारतीय कृषि: तोमर

केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने मंगलवार कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में कृषि क्षेत्र में टेक्नालाजी का उपयोग बढ़ाने की दिशा में सरकार काम कर रही है जिससे किसानों को लाभ होगा, साथ ही कृषि के क्षेत्र को और सुधारने में कामयाबी मिलेगी।

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केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने मंगलवार कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में कृषि क्षेत्र में टेक्नालाजी का उपयोग बढ़ाने की दिशा में सरकार काम कर रही है जिससे किसानों को लाभ होगा, साथ ही कृषि के क्षेत्र को और सुधारने में कामयाबी मिलेगी। कृषि मंत्री ने कहा कि टेक्नालाजी व इंफ्रास्ट्रक्चर से किसानों को खेती सुलभ व खुशहाल होगी। जब देश की आजादी के 100 वर्ष पूरे होंगे, यानी आजादी के अमृत काल तक हिंदुस्तान की कृषि की विश्व प्रशंसा करें, हमारी कृषि सारी दुनिया को दिशा देने वाली होना चाहिए यहां ज्ञान लेने आएं, ऐसा हमारा गौरव हों। विश्व कल्याण की भूमिका निर्वहन करने में भारत समर्थ हों।

कृषि मंत्री तोमर ने मंगलवार को भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) द्वारा आयोजित व्याख्यान ‘’आत्मनिर्भर कृषि" के समापन कार्यक्रम में उन्होंने ये बातें कहीं। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुये उन्होंने कहा कि कृषि शिक्षा की दृष्टि से भी आईसीएआर जिम्मेदारी से काम कर रहा है। नई शिक्षा नीति का समावेश कृषि क्षेत्र में हो, इस पर काम किया गया है। स्कूलों में भी कृषि पाठ्यक्रम जुड़े, इस दिशा में भी पहल हुई है ताकि शुरू से ही बच्चों के मन में कृषि के प्रति बेहतर भाव व जागृति रहे व उन्हें कृषि के महत्व की जानकारी रहे।

देश में 86 फीसदी छोटे किसान हैं, जो निवेश करने की स्थिति में नहीं होते हैं, इन किसानों की माली हालत सुधारना हमारे लिए महत्वपूर्ण है। इसके लिए 6,865 करोड़ रुपये के खर्च से दस हजार नए कृषक उत्पादक संगठन (एफपीओ) बनाना शुरू किया गया है। इनमें से लगभग तीन हजार एफपीओ बन भी चुके हैं। इनके माध्यम से छोटे-छोटे किसान एकजुट होंगे, जिससे खेती का रकबा बढ़ेगा और वे मिलकर तकनीक का उपयोग कर सकेंगे, अच्छे बीज थोक में कम दाम पर खरीदकर इनका उपयोग कर सकेंगे।

वे आधुनिक खेती की ओर अग्रसर होंगे, जिससे उनकी ताकत बढ़ेगी और छोटे किसान आत्मनिर्भर बन सकेंगे। श्री तोमर ने यह भी कहा कि कृषि क्षेत्र में निजी निवेश के लिए सरकार ने एक लाख करोड़ के इंफ्रास्ट्रक्चर फंड का प्रावधान किया है। साथ ही अन्य संबद्ध क्षेत्रों को मिलाकर डेढ़ लाख करोड़ रुपये से ज्यादा का फंड तय किया गया है। एग्री इंफ्रा फंड के अंतर्गत 14 हजार करोड़ रु. के प्रोजेक्ट आ चुके हैं, जिनमें से 10 हजार करोड़ रु. के स्वीकृत भी हो गए हैं।

सिंचाई के साधनों में भी बढ़ोत्तरी हो रही है, प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना का लाभ आम किसानों तक पहुंचाने के लिए सूक्ष्म सिंचाई कोष 5 हजार करोड़ रु. से बढ़ाकर 10 हजार करोड़ रु. किया गया है। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि छोटे किसानों के लिए वरदान साबित हुई है। इस स्कीम में अभी तक लगभग साढ़े 11 करोड़ किसानों के बैंक खातों में 2 लाख करोड़ रु. से ज्यादा राशि जमा कराई जा चुकी हैं। First Updated : Tuesday, 16 August 2022