मध्यप्रदेश। मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में आयकर विभाग ने बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया। रियल एस्टेट कारोबारियों और उनसे जुड़े लोगों के यहां आयकर विभाग की इंवेस्टीगेशन विंग की छापेमारी रविवार को भी जारी रही। इस छापेमारी में बड़े पैमाने पर लेन-देन के सबूत मिले हैं। बताया जा रहा है कि डायरियों पर ही 400 करोड़ से अधिक की जमीन की खरीद-फरोख्त के सबूत मिले हैं। व्यापारियों के कर्मचारियों के परिसर से लेन-देन की डायरी और जमीन की बिक्री की डायरी बरामद की गई है।
दरअसल इंदौर में टीनू संघवी के वास्तु ग्रुप और मंत्री परिवार के लाभम और शुभम ग्रुप पर चल रहे छापे के दौरान रविवार रात को आयकर विभाग को बड़ी सफलता हासिल हुई। संघवी की पार्टनर अलका बिसानी ने शाम को आयकर विभाग को शपथ पत्र पर कहा कि उनके पास 10 से 15 लाख कैश है, लेकिन जब वार्डरोब के पीछे की सीक्रेट अलमारी खुली तो कैश देखकर सबके होश उड़ गए।
इस छापेमारी के दौरान अलका की वार्डरोब काफी व्यस्त सजी हुई थी, उसको देखने पर अधिकारियों को कुछ शंका हुई। काफी खोजबीन की तो उसमें वार्डरोब की दीवार के पीछे एक गोपनीय गोदरेज की अलमारी रखी हुई थी। जिसमें 500 और 2 हजार के नोटों की गड्डियां भरी हुई थीं। इन नोटों को निकाला, देर रात तक गिनती 3 करोड़ से ज्यादा तक पहुंच चुकी थी। नोट गिनने की मशीन भी रखी हुई थी।
वहीं ज्वेलरी वैल्यूएशन 10 करोड़ तक पहुंच गया है। वहीं आयकर विभाग ने रियल एस्टेट कारोबारियों और उनसे जुड़े लोगों के यहां छापा रविवार को भी जारी रहा। इस दौरान बड़े पैमाने पर लेन-देन के सबूत आयकर विभाग के हाथ लगे हैं। उनकी डायरियों पर ही 400 करोड़ से ज्यादा की जमीन की खरीदी-बिक्री के सबूत हाथ लगे हैं। बताया जा रहा है कि ये डायरियां स्टाफ के ठिकानों से बरामद की गई हैं। बता दें कि इंदौर के संघवी और मंत्री बंधु आयकर की जांच के केंद्र में हैं।
इंदौर का रियल एस्टेट ग्रुप वास्तु और इसके संचालक भूपेश उर्फ टीनू संघवी के साथ शुभम-लाभम ग्रुप के संचालक सुमित मंत्री और पप्पू मंत्री के ठिकानों पर भी छापे जारी हैं। देव बेकरी और एचडी वायर के संचालक दिलीप देव के भी इन ग्रुप से संबंध मिले हैं और पता चला है कि वे भी अपना पैसा लगाते थे।
इसी कड़ी में अकाउंटेंट के घर भी विभाग के अधिकारी पहुंचे थे। यहां से बरामद हुई डायरियों में लेन-देन के हिसाब के साथ कोड लिखे मिले। इस बीच आयकर विभाग ने कार्रवाई की जद में आए कारोबारियों के एक दर्जन से ज्यादा बैंक लॉकर भी सील कर दिए हैं। किसानों के नाम से जमीन के सौदे के दस्तावेज और करार भी जांच टीम के हाथ लगे हैं। First Updated : Monday, 17 October 2022