पंजाब पुलिस का वारिस पंजाब दे संगठन के चीफ अमृतपाल सिंह और उसके समर्थन के खिलाफ लगातार एक्शन जारी है। अब तक अमृतपाल सिंह के 112 समर्थक और उनके करीबियों को गिरफ्तार किया गया है। हालांकि वह खुद फरार हो गया। पंजाब पुलिस की कई टीमें भगोड़े अमृतपाल सिंह की तलाश में जुटी हैं।
पंजाब में खालिस्तान आंदोलन को हवा दे रहा वारिस पंजाब दे प्रमुख अमृतपाल सिंह को पकड़ने के लिए पंजाब पुलिस ने मेगा अभियान छेड़ रखा है। इस बीच पंजाब पुलिस ने सुरक्षा व्यस्था को देखते हुए पंजाब में इंटरनेट और SMS सेवाओं पर रोक मंगलवार दोपहर तक बढ़ा दी हैं। वहीं अमृतपाल के नेपाल के रास्ते कनाडा भागने की सुचना के चलते पंजाब के कई जिलो को अलर्ट मोड पर रखा है।
खबरों के मुताबिक, पंजाब पुलिस द्वारा खालिस्तानी समर्थक समूह 'वारिस पंजाब डे' के प्रमुख अमृतपाल सिंह के चाचा और ड्राइवर के खिलाफ की गई कार्रवाई में एक बड़े घटनाक्रम में रविवार रात पंजाब पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया। यह अमृतसर में अजनाला की घटना में शामिल समूह के प्रमुख अमृतपाल सिंह को पकड़ने के प्रयासों के बाद आया है। जानकारी के मुताबिक, दोनों ने मेहतपुर थाने में सरेंडर कर दिया. ये दोनों रविवार रात मर्सिडीज कार में पहुंचे थे, जिसे पुलिस ने जब्त भी कर लिया है।
जालंधर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) स्वर्णदीप सिंह ने बताया कि अमृतपाल के चाचा हरजीत सिंह और ड्राइवर हरप्रीत सिंह ने रविवार देर रात जालंधर के मेहतपुर इलाके में एक गुरुद्वारे के पास आत्मसमर्पण कर दिया. खालिस्तानी समर्थक उपदेशक, जिसका काफिला जालंधर जिले में रोका गया था, फिर भी उनके जाल से बचने में कामयाब रहा। First Updated : Monday, 20 March 2023