उमेश पाल हत्याकांड में शामिल मसुकुद्दीन के घर चला बुलडोजर
उमेश पाल हत्याकांड मे लगातार बुलडोजर एक्शन जारी है। उमेश पाल हत्याकांड में चौंकाने वाला एक मामला सामने आया है। इस मामले में आपको बता दें कि उमेश पाल हत्याकांड में शामिल मसुकुद्दीन के घर को बुलडोजर से ध्वस्त किया जा रहा है। उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में फिर से बुलडोजर की कार्रवाई का जा रही है।
उमेश पाल हत्याकांड मे लगातार बुलडोजर एक्शन जारी है। उमेश पाल हत्याकांड में शामिल दो आरोपियों के घर पहले ही बुलडोजर चल चुका है जिसके बाद आज तीसरे आरोपी मसुकुद्दीन के प्रयागराज स्थित घर को बुलडोजर से ध्वस्त किया जा रहा है। जानकारी के अनुसार आरोपी मसुकुद्दीन के खिलाफ 16 से अधिक केस दर्ज है और वो अतीक अहमद का फाइनेंसर भी है। योगी सरकार लगातार अतीक के करीबियों के खिलाफ कार्रवाई कर रही है। पिछले तीन दिन से प्रयागराज में अतीक के गुर्गो के घर बुलडोजर चलाया जा रहा है।
#WATCH उत्तर प्रदेश: प्रयागराज विकास प्राधिकरण (पीडीए) ने अतीक अहमद के करीबी सहयोगी की संपत्तियों को गिराना शुरू किया। pic.twitter.com/t1Ifb5To7b
— ANI_HindiNews (@AHindinews) March 3, 2023
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, उमेश पाल की हत्या में शामिल अतीक अहमद जेल में बंद है और उसने अवैध तरीके से काफी संपत्ति बना रखी है। पुलिस को मिली जानकारी के अनुसार, लखनऊ समेत कई स्थानों पर अतीत अहमद की कुछ छिपी हुई संपत्ति है।
2 मार्च को बताया जा रहा था कि उमेश पाल तत्कालीन बसपा विधायक राजू पाल मर्डर केस का गवाह था इसलिए उसकी हत्या कर दी गई। लेकिन हाल ही पुलिस के ओर से मिली जानकारी के अनुसार बताया जा रहा है कि दिवंगत विधायक राजू पाल की हत्या के मामले का गवाह नहीं था बल्कि उमेश पाल का एक जमीनी विवाद को लेकर अहमद के साथ विवाह चल रहा था। इसी के चलते यह मामला उलझता ही जा रहा है।
2 मार्च को SSA गन हाउस के मालिक सफदर अली के धूमनगंज थाना क्षेत्र के चकिया इलाके में स्थित मकान पर बुल्डोजर चलाया जाएगा। मफिया अतीक अहमद के करीबी सफदर अली का घर विरोध के बीच गिराया जा रहा है। चकिया में दो सौ वर्गगज में सफदर अली का मकान बना हुई है। आपको बता दें कि तीन बुलडोजर और एक पोकलैंड के माध्यम प्रयागराज विकास प्राधिकरण ने मकान के खंडहर में बदल गया है। घर गिराने की कार्रवाई शुरू हुई तो शफदर के बेटे और बहू घर के अंदर घुस और घर से बाहर निकलने का नाम नहीं ले रहे थे तो इस पर पुलिस ने उन्हें घर से जबरन बाहर निकाला फिर इसके बाद मकान को तोड़ने की कार्रवाई शुरु हुई।