क्या मुस्लिम वोटों के छिटकने के डर से घबरा गये नीतीश कुमार, कौन-कौन दे सकता है चुनौती?
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 2024 लोकसभा चुनाव तैयारियों में लगे हुए है। इसके साथ ही नीतीश कुमार 2025 के बिहार विधानसभा चुनाव के लिए भी अभी से जमीन मजबूत करने में लग गए है। इसके मद्देनजर उन्होंने मुस्लिम मतदाओं को साधने के लिए तैयारी शुरू कर दी है। हाल ही में नीतीश कुमार ने मुस्लिम बुद्धिजीवियों के साथ एक बैठक की।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 2024 लोकसभा चुनाव तैयारियों में लगे हुए है। इसके साथ ही नीतीश कुमार 2025 के बिहार विधानसभा चुनाव के लिए भी अभी से जमीन मजबूत करने में लग गए है। इसके मद्देनजर उन्होंने मुस्लिम मतदाओं को साधने के लिए तैयारी शुरू कर दी है। हाल ही में नीतीश कुमार ने मुस्लिम बुद्धिजीवियों के साथ एक बैठक की।
इस बैठक के कई राजनीतिक मायने निकाले जा रहे है। बिहार में ओवैसी की पार्टी तेजी से अपनी जमीन तैयार कर रही है। ऐसे में इसका असर जेडीयू, आरजेडी समेत महागठबंधन के अन्य दलों पर पड़ सकता है जो उनके लिए चिंता का विषय है। नए साल के मौके पर सीएम नीतीश कुमार ने पटना में मुस्लिम समाज के लोगों के साथ बैठक कर चर्चा की।
बताया गया कि करीब ढाई घंटे चली इस बैठक में सीएम नीतीश कुमार ने मुस्लिम समाज के लोगों से बीजेपी और असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी से सर्तक रहने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि यह पार्टियां सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने का काम कर रही है। इसके लिए अल्पसंख्यक समजा को एकजुट होने की जरूरत है।
नीतीश कुमार ने कहा कि मुस्लिमों को राजनीतिक तौर पर कहीं और बंटने की जरूरत नहीं है। मुस्लिम समाज की बैठक में नीतीश कुमार ने ओवैसी पर जमकर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि ओवैसी की पार्टी को बीजेपी की बी टीम बताते हुए कहा कि वे बीजेपी के इशारे पर काम करते है। ये लोग भड़काऊ बयान देकर तनाव फैलाने की कोशिश करते है। ये लोग देश की पहचान मिटाने में लगे हुए है।
लोकसभा चुनाव में मुस्लिम वोटों का बिखराव होने की संभावना है। इससे पहले ही जेडीयू और आरजेडी समेत महागठबंधन की चिंता बढ़ गई है। सीएम नीतीश कुमार ओवैसी की काट ढूढ़ने में लगे हुए है। नीतीश कुमार की मुस्लिम समाज के लोगों के साथ बैठक के कई राजनीतिक मायने निकाले जा रहे है। अगामी चुनावों में मुस्लिम बाहुल्य सीटो पर ओवैसी की पार्टी महागठबंधन का खेल बिगाड़ सकती है।