क्या 'डबल इंजन' की राजनीति अब टकरा रही है? अखिलेश यादव का बड़ा हमला!
अखिलेश यादव ने योगी आदित्यनाथ पर तगड़ा हमला करते हुए कहा कि भाजपा की 'डबल इंजन' सरकार खुद ही आपस में टकरा रही है. उन्होंने भाजपा के नकारात्मक नारों और योगी सरकार की नीतियों पर सवाल उठाए. अखिलेश का कहना था कि भाजपा न केवल नकारात्मक सोच के साथ चल रही है, बल्कि उसने चुनाव टालने के पीछे हार का डर छुपाया है. उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा का शासन यूपी में कोई ठोस काम नहीं कर पाया. इस बीच, उन्होंने सपा के कार्यों को जोड़ने और सकारात्मक बदलाव के रूप में पेश किया. अगर आप जानना चाहते हैं कि अखिलेश ने और क्या कहा, तो पूरी खबर पढ़ें!
Akhilesh Major Attack: समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने शुक्रवार को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उनकी सरकार पर कड़ा हमला बोला. उनका कहना था कि 'डबल इंजन' की बात करने वाले दोनों इंजन आपस में टकरा रहे हैं और इसका असर भाजपा पर साफ नजर आ रहा है. अखिलेश ने योगी के 'बटेंगे तो कटेंगे' जैसे नारे की आलोचना करते हुए इसे नकारात्मक बताते हुए कहा कि यह नारा अब भाजपा के सहयोगी दलों को भी गवारा नहीं हो रहा है.
'नकारात्मक नारे दे रही भाजपा'
अखिलेश यादव ने हिंदुस्तान टाइम्स लीडरशिप समिट में कहा कि भाजपा के सारे नारे नकारात्मक होते हैं. उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि भाजपा नेताओं ने एक और नकारात्मक नारा दिया है 'बांटेंगे, काटेंगे' और दूसरे ने 'एक हैं तो सेफ हैं' जैसे बयान दिए हैं, जो आपस में टकरा रहे हैं. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि भाजपा न केवल नकारात्मक सोच के साथ चल रही है, बल्कि वह कुकर्म करने वालों को भी माला पहनाकर स्वागत कर रही है. इसके अलावा, उन्होंने उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में दिव्यांग बेटी का बैसाखी छीनने और बीएचयू में गैंगरेप के आरोपियों का स्वागत करने का उदाहरण दिया.
योगी की नकारात्मक सोच की वजह से भाजपा की हार
अखिलेश ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की नकारात्मक सोच की वजह से भाजपा लोकसभा चुनाव हार गई. अयोध्या में विकास कार्यों का ढिंढोरा पीटने के बावजूद भाजपा वहां भी हार गई. अखिलेश ने कहा, 'यह साबित हो गया कि अयोध्या में जो काम दिखाया गया, वह असल में जनता के बीच असर नहीं छोड़ सका.'
'चुनाव टालकर डर दिखाया'
अखिलेश ने आरोप लगाया कि भाजपा ने उपचुनाव टालने का फैसला सिर्फ अपनी हार के डर से लिया. उनका कहना था कि भाजपा यह जानती थी कि लोग दिवाली और छठ के समय छुट्टियों पर घर आएंगे और इस समय चुनाव से पहले वोट डालने जाएंगे. इससे भाजपा को डर था कि हार के बाद उनका मनोबल गिर जाएगा, इसलिए चुनाव टाल दिए गए.
भाजपा की नीतियों पर सवाल उठाए
अखिलेश यादव ने भाजपा की नीतियों पर भी सवाल उठाए. उनका कहना था कि भाजपा की डबल इंजन सरकार में कोई ठोस काम नहीं हुआ. एक्सप्रेस-वे, बिजली के कारखाने, नए आईआईटी, आईएमएस और एम्स जैसे महत्वपूर्ण संस्थान यूपी में स्थापित नहीं किए गए. इसके अलावा, उन्होंने अग्निवीर योजना और माफिया से जमीन छुड़ाने के नाम पर भाजपा की कथनी-करनी पर भी सवाल उठाए.
'बच्चों के लिए परीक्षा एक दिन में क्यों नहीं?'
अखिलेश यादव ने भाजपा की नकारात्मक सोच को लेकर बच्चों की परीक्षा के मुद्दे पर भी टिप्पणी की. उन्होंने कहा कि भाजपा एक दिन में परीक्षा नहीं करवा सकती है, लेकिन फिर भी "वन नेशन वन इलेक्शन" का दावा करती है. उनका कहना था कि यदि 40 लाख बच्चे पुलिस परीक्षा में बैठ सकते हैं, तो 10 लाख बच्चों की परीक्षा एक दिन में क्यों नहीं हो सकती.
लोकसभा चुनाव में जीत का जिक्र
अखिलेश यादव ने लोकसभा चुनाव में एनडीए को हराने के लिए पीडीए गठबंधन को सफल बताया. उनका कहना था कि यह लड़ाई बाबा साहेब अंबेडकर के सपनों को साकार करने के लिए है और भाजपा इस तरह की लड़ाइयों से घबराई हुई है. इस तरह अखिलेश यादव ने भाजपा और योगी सरकार की नीतियों को निशाने पर लेते हुए उन्हें नकारात्मक और विफल बताया और आने वाले चुनावों में सपा के बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद जताई.