J&K: 370 हटने के बाद लगी हुई थी लगाम, अब फिर से क्यों सिर उठा रहा आतंकवाद

Kathua Terrorist Attack: जम्मू कश्मीर से 370 हटने के बाद से आतंकी हमले काफी कम हो गए थे लेकिन चुनाव खत्म होते ही अचानक घटनाओं में तेजी से इजाफा देखने को मिल रहा है. पिछले तीन दिनों से एक के बाद एक आतंकी घटनाएं सामने आने के बाद घाटी में दहशत का माहौल है. लेकिन सवाल ये उठ रहा है कि आखिर अचानक से आतंकी हमले क्यों बढ़ गए हैं तो चलिए ऐसे तमाम सवालों का जवाब जानते हैं.

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J&K Terrorist Attack: लोकसभा चुनाव 2024 के दौरान भारत के सभी राज्यों में शांतिपूर्ण चुनाव हुए हैं. खास तौर पर इस दौरान जम्मू कश्मीर में अमन का माहौल देखा गया. ऐसा पिछले चुनावों में बहुत कम देखने को मिलता था. लोगों ने बढ़-चढ़ कर चुनाव में भाग लिया है. जम्मू कश्मीर पुलिस द्वारा एक आंकड़ा जारी किया गया है जिसमें बताया गया है कि, 2024 से पहले चार महीनों के दौरान आतंकवादी हमले में भारी गिरावट आई है. वहीं 2024 में जनवरी से लेकर अप्रैल तक के आंकड़ों के मुताबिक आतंकी हमले में केवल केवल छह नागरिकों की मौत हुई है. हालांकि, राज्य में शांति माहौल को देखकर पाकिस्तान में बैठे आतंकियों के बॉस बौखला गए हैं. बीते 72 घंटे के अंदर जम्मू कश्मीर के तीन इलाके में हमले किए गए हैं.

दरअसल, लोकसभा चुनाव के दौरान जम्मू कश्मीर में हुई बंपर वोटिंग ने आतंकियों के मंसूबों पर पानी फेर दिया है. इस चुनाव में घाटी के लोगों में खूब उत्साह देखने को मिला था जिसकी वजह से आतंकियों को अपने वजूद और सपोर्ट बेस की चिंता सताने लगी है. खुफिया इनपुट के मुताबिक, TRF का ऑफशूट हिट स्क्वाड इन हमलों को अंजाम दे रहा है. इस गिरोह में विदेशी दहशतगर्द भी शामिल हैं जिसे फॉल्कन स्क्वॉड के नाम से भी जाना जाता है.

चुनाव में भारी वोटिंग से बौखलाए आतंकी!

चुनाव खत्म होने के बाद अचानक से आतंकी घटनाओं में तेजी से इजाफा हुआ है. कुछ समय से शांति दौर से गुजर रहे जम्मू कश्मीर में 9 जून के बाद से लगातार तीन आतंकी घटनाएं सामने आई है. पाकिस्तान में बैठे आतंकियों के आकाओं को ये डर सता रहा है कि भारत के लोकतंत्र में जम्मू-कश्मीर की जनता की भागीदारी न सिर्फ आतंकियों को बल्कि उनके मदद करने वाले को सपोर्ट सिस्टम को भी खत्म कर देगा. वो कभी नहीं चाहेंगे कि, ऐसा हो इसलिए उन्होंने फिर से हमले करने शुरू कर दिए हैं. खुफिया एजेंसी के सूत्रों के मुताबिक,  चुनाव में भारी वोटिंग के चलते आतंकी संगठन बौखलाए हुए हैं ऐसे में आने वाले दिनों में जम्मू कश्मीर में इस तरह के और आतंकी हमले देखने को मिल सकता है.

आतंकियों की आंखों में खटक रही पर्यटकों की लंबी लाइन

हाल ही के दिनों में जम्मू-कश्मीर में पर्यटकों की लंबी-लंबी लाइन देखने को मिली है. इन पर्यटकों की लंबी लाइन देख पाकिस्तान में बैठे आतंकियों के सरगनाओं का पारा हाई हो रहा है. इसलिए वो घाटी क्षेत्रों में शांति के माहौल को किसी भी हालत में अशांति में बदलना चाहते हैं. खुफिया एजेंसी सूत्रों के मुताबिक, जम्मू कश्मीर में प्रस्तावित विधानसभा चुनाव की तैयारी को दहशत में बदलने की नीयत से हमले किए जा रहे हैं. इस चुनाव पर isi आंख गड़ाए बैठा है. कहा जा रहा है कि, हाल ही में हुए हमलों की साजिश पाक अधिकृत कश्मीर (POK) में रची गई थी.

370 हटने के बाद जम्मू कश्मीर में शांति माहौल

लोकसभा चुनाव 2024 की हलचल के बीच जम्मू और कश्मीर में काफी शांति का माहौल देखने को मिला था. पिछले लोकसभा चुनाव की तुलना में इस साल न के बराबर आतंकी हमले हुए हैं. 2019 के चुनाव के समय घाटी इलाकों में हिंसा में काफी वृद्धि देखी गई थी जिसमें भारी संख्या में आतंकवादियों समेत सुरक्षाबलों और नागरिकों की मौत हुई थी. इसी तरह 2014 और 2009 और 2004 के चुनावों भी देखने को मिला था. हालांकि, इस बार जम्मू कश्मीर से 370 हटने के बाद अमन का माहौल देखने को मिल रहा था.

First Updated : Wednesday, 12 June 2024