Jabalpur Double Murder Case: परिवार सबके लिए दुनिया में सबसे जरूरी होता है, क्योंकि वो परिवार ही है जो हमें इस दुनिया में लाता है, हमारी जरूरत के सारे सामान हमको देता है. इस परिवार में माता-पिता अपने बच्चों के लिए वो हर चीज करने की कोशिश करते हैं जिससे उनका बच्चा अपने जीवन में सुखी रहे. लेकिन कई बार यहां पर रिश्ते तार तार हो जाते हैं. कई बार बच्चे इतने अंधे हो जाते हैं कि अपने ही परिवार को मौत के घाट उतारने से पहले एक बार भी नहीं सोचते. आज हम बात करेंगे जबलपुर डबल मर्डर केस की, जिसमें एक बेटी ने अपने पिता और भाई का कत्ल करवा दिया.
15 मार्च की सुबह अचानक एक बच्ची अपने रिश्तेदारों को एक वायस मैसेज भेजकर खबर देती हैं कि उसके पड़ोसी ने उसके पिता और भाई की हत्या कर दी. सभी लोग इस खबर से परेसान हो गए थे, लेकिन यहां पर कहानी कुछ और थी. इस केस को कई महीने गुजरने के बाद दो आरोपी पुलिस की गिरफ्त में हैं. इस दोनों ने मर्डर की पूरी कहानी बताई, जिसको सुनकर पुलिसवालों के पैरों से जमीन खिसक गई.
15 मार्च को मिलेनियम कॉलोनी जबलपुरम में डबल मर्डर हो गया. जिसकी जानकारी घर पर मौजूद बेटी ने दी. उसने बताया कि पड़ोस में रहने वाले मुकुल नाम के लड़के ने दोनों की हत्या कर दी है. ये खबर जब फैली तो जांच की गई, मरने वालों में पिता और 8 साल का बेटा था. बच्चे की लाश को मारकर फ्रिज के अंदर ही रख दिया गया था.
पुलिस ने जब मामले की जांच की तो पहले उनको लगा कि लड़की ने कत्ल करने में मुकुल का साथ किसी दबाव में किया होगा. लेकिन जब पुलिस ने जगह जगह के CCTV को देखा तो उससे पता चला कि दिव्या खुद ही इन सब में शामिल थी. 29 मई को एक अस्पलात में दोनों को साथ देखकर किसी ने पहचान लिया जिसके बाद मुकुल को भागने में कामयाब हुआ लेकिन दिव्या को गिरफ्तार कर लिया गया.
पुलिस इस केस की छानबीन में लगी थी, उनको शक था कि लड़का लड़की को पसंद करता है, हो सकता है कि लड़की के पिता उनसके प्यार के बाच में आ रहे हों जिसकी वजह से कत्ल को अंजाम दिया गया. पुलिस के हाथ अभी भी खाली थे कि अचानक एक लड़का चेहरे पर मास्क लगाकर पुलिस के सामने आकर खड़ा हो गया. पुलिस ने इसको नहीं पहचाना तो मुकुल ने फिर खुद की पहचान बताते हुए कहा कि ''मैं मुकुल सिंह हूं, वही मुकिल सिंह, जिसने 15 मार्च को मिलेनियम कॉलोनी में राजकुमार और तनिष्क का कत्ल किया था.'' इतना सुनकर सारे पुलिस वाले अपनी सीट से खड़े हो गए, और तुरंत उसको गिरफ्तार किया.
घर वालों का प्यार के बाच में आने की कहानियां आम होती हैं, घर वालों का लड़का लड़की को मिलने ना देना, रोक टोक करना ये कोई बड़ी बात नहीं हैं कई जगह पर ये सब देखने को मिल जाता है. मगर मिलने ना देने पर अपने परिवार को मौत के घाट उतार देना आम नहीं है. ऐसा ही हुआ जबलपुर के केस में. यहां पर भी कुछ ऐसा ही मामला था पिता को दोनों के मिलने पर ऐतराज था, जिसकी वजह से दोनों मिल नहीं पाते थे.
कुछ महीन् पहले की ही बात है कि राजकुमार ने अपनी बेटी को मुकुल के साथ देख लिया था, जिसके बाद गुस्से में मुकुल के खिलाफ रेप का केस दर्ज कराया था. इस केस में मुकुल जेल भी गया था. यहीं से शुरू हुई बदले की कहानी, जेल में रहने के दौरान ही मुकुल ने कर 5 लोगों को मारने की प्लानिंग की थी. मुकुल को लगता था कि उसको जेल भेजने के पीछे गर्लफ्रेंड के पिता राजकुमार, दूसरा नाम गर्लफ्रेंड, तीसरा नाम लड़की की एक रिश्तेदार, चौथा नाम पड़ोसी का और पांचवा पुलिस ऑफिसर का था.
मुकुल की गिरफ्तारी के बाद जांच में देखा गया कि उसके सीने पर एक अजीब तरह का टेटू बना था. इस टेटू को उसने बदले को याद रखने के लिए बनवाया था. इस टैटू में 5 सिर बने हैं, मुकुल का कहना है कि वो सिर उसको उन पांच लोगों के टारगेट को याद रखने के लिए है. पुलिस को हैरानी इस बात पर थी कि उन पांच लोगों में उस बच्चे का नाम नहीं था फिर उसको क्यों मारा? तो इसपर मुकुल ने बताया कि वो बच्चा बार बार बीच में आ रहा था, अपने पिता को बचाने की कोशिश कर रहा था, जिस वजह से उसको भी मारना पड़ा.
अब सवाल उठता है कि आखिर जब लिस्ट में लड़की का नाम था तो उसको क्यों मारा? इस पर जवाब था कि उन दोनों की जेल से आने के बाद फिर से बातचीत शुरू हो गई थी. इसी के चलते उसने लड़की का नाम उस लिस्ट से हटा दिया था. अब लड़की भी इस प्लान में मुकुल के साथ शामिल हो गई थी वो पल पल की खबर मुकुल को देती थी. पुलिस ने इस केस को क्रेक करने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी थी, यही वजह है कि पुलिस ने 10 हजार से ज्यादा दोनों के पोस्टर जगह जगह पर चिपकाए थे. इसी के चलते इनको लोगों ने पहचाना था. First Updated : Monday, 03 June 2024