झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) ने विधानसभा चुनाव के बीच एक बड़ा कदम उठाया है, जिसे "ऑपरेशन हेमंत" नाम दिया गया है. इस ऑपरेशन के तहत कई प्रमुख बीजेपी नेता जेएमएम में शामिल हुए हैं, जिनमें बरेहट सीट से हेमंत सोरेन के खिलाफ संभावित बीजेपी उम्मीदवार लुईस मरांडी भी शामिल हैं.
Jharkhand assembly elections: लुईस मरांडी को बीजेपी ने बरेहट सीट से चुनाव लड़ने के लिए कहा था, लेकिन उन्होंने जेएमएम का दामन थाम लिया. वे दुमका सीट से भी चुनाव लड़ना चाहती थीं, जहां से बीजेपी ने सुनील सोरेन को उम्मीदवार बनाया है.
लुईस के अलावा, सरायकेला से पूर्व बीजेपी उम्मीदवार गणेश महली, बहरगोड़ा से कुणाल षाडंगी, बास्को बेहरा, बारी मुर्मू और लक्ष्मण टुडू भी जेएमएम में शामिल हुए हैं. सारठ के पूर्व विधायक चुन्ना सिंह भी नाराज होकर पार्टी में आए हैं.
हेमंत सोरेन ने अभी तक उम्मीदवारों के नाम का ऐलान नहीं किया है, लेकिन जेएमएम के कई उम्मीदवार नामांकन करने लगे हैं. पार्टी ने अब तक 41 नाम फाइनल कर लिए हैं, जिनमें खुद हेमंत सोरेन और उनकी पत्नी कल्पना मुर्मू का नाम शामिल है.
लुईस मरांडी 24 साल से बीजेपी की राजनीति में सक्रिय हैं. 2014 में उन्होंने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को दुमका सीट पर हराया था. रघुबर दास की सरकार में वे मंत्री भी बनीं. अब, जेएमएम में शामिल होने के बाद लुईस ने कहा है कि वे चुनाव लड़ने के लिए तैयार हैं और हेमंत सोरेन जहां से कहेंगे, वहां से लड़ेंगी। चर्चा है कि वे दुमका या जामा से चुनाव लड़ सकती हैं. इस तरह, जेएमएम ने अपने चुनावी अभियान को मजबूत करने के लिए एक नई रणनीति अपनाई है. First Updated : Wednesday, 13 November 2024