कानपुर: गिरफ्तार बांग्लादेशी नागरिक रिजवान की गतिविधियां शक के दायरे में , NIA ने RAW को भेजी रिपोर्ट
कानपुर में बांग्लादेशी नागरिक डॉ. रिजवान अहमद को दो दिन पहले ही पुलिस मे गिरफ्तार किया था। उससे और उसके परिवार से पूछताछ जारी है। वहीं सुरक्षा जांच एजेंसियों ने डॉ रिजवान को देश के लिए खतरा बताया है। एनआईए ने इसकी रिपोर्ट केंद्र और सुरक्षा एजेंसी रॉ को भेज दी है।
कानपुर में बांग्लादेशी नागरिक डॉ. रिजवान अहमद को दो दिन पहले ही पुलिस मे गिरफ्तार किया था। उससे और उसके परिवार से पूछताछ जारी है। वहीं सुरक्षा जांच एजेंसियों ने डॉ रिजवान को देश के लिए खतरा बताया है। एनआईए ने इसकी रिपोर्ट केंद्र और सुरक्षा एजेंसी रॉ को भेज दी है।
मैसेज डिलीट मिले
बता दें कि जांच एजेंसियों ने जब बांग्लादेशी परिवार के मोबाइल, लैपटॉप, डेस्क टॉप और सोशल मीडिया के अकाउंट्स खंगाले तो अधिकारियों को व्हॉट्सएप और इंस्टाग्राम के मैसेज डिलीट मिले।
हर चैट के साथ खास कोडिंग
बताया जा रहा है कि हर चैट के साथ एक खास कोडिंग की गई है और इसके बारे में डॉ रिजवान ने अभी तक मुंह नहीं खोला है। लेकिन एंजेसी के विशेषज्ञ कोडिंग को सुलझाने में लगे हुए है। इसके अलावा अधिकारियों को डॉ रिजवान के अकाउंट से कुछ विदेशियों से बातचीत के मैसेज मिले है। इतना ही नहीं डॉ. रिजवान के संपर्क में तमाम ऐसे लोग भी हैं, जो खुफिया एजेंसियों की लिस्ट में शामिल हैं। यहीं कारण है कि उसे देश के लिए खतरा माना जा रहा है। पुलिस इस पूरे मामले में गहनता से जांच में जुट गई है।