काशी-विश्वनाथ कॉरिडोर के एक साल पूरे, 7 करोड़ श्रद्धालु पहुंचे
उत्तर प्रदेश के काशी में बाबा विश्वनाथ अब भक्तों के चढ़ावे से अरबपति हो चुके है। बाबा को हर साल 100 करोड़ से ज्यादा का चढ़ावा चढा़, 13 दिसंबर की तारीक को काशी विश्वनाथ धाम के लोकार्पण की तारीख है। इस दिन धाम के लोकार्पण की वर्षगांठ है। बाबा के दिव्य धाम ने काशी के पर्यटन व्यवसाय को निखारा है।
वाराणसी। उत्तर प्रदेश के काशी में बाबा विश्वनाथ अब भक्तों के चढ़ावे से अरबपति हो चुके हैं। बाबा को हर साल 100 करोड़ से ज्यादा का चढ़ावा चढ़ा है। 13 दिसंबर काशी विश्वनाथ धाम के लोकार्पण की तारीख है। इस दिन धाम के लोकार्पण की वर्षगांठ है। बाबा के दिव्य धाम ने काशी के पर्यटन व्यवसाय को निखारा है। पीएम मोदी के सपनों का काशीधाम का अब एक साल पूरा हो चुका है। जहां कभी संकरी गालियां थी, वह आज चारों ओर जगमगा रहा है। काशी देशी और विदेशी श्रद्धालुओं के लिए आकर्षण का केंद्र बन चुका है।
ऐसा माना जाता है कि जब से धाम ने मूर्त रूप लिया है तब से भक्तों का आकर्षण बढ़ता गया। काशी के होटल सहित सभी व्यवसाय अपने चरम पर है। भक्तों की आवक पहले विशेष मौकों पर होती है। लेकिन अब रोजाना डेढ़ लाख भक्त दर्शन कर रहे हैं। इस साल करीब सात करोड़ भक्तों ने यहां मत्था टेका है जिसके कारण अब मन्दिर की व्यवस्था को सुचारू करने के लिए खजाना पूरा भरा हुआ है। भक्तों की बढ़ती हुई संख्या के कारण होटल व्यवसाय में ज़बर्दस्त बूम आया हुआ है। इतना ही नहीं, पर्यटन से जुड़े सभी वर्ग उत्साहित हैं।
काशी विश्वनाथ धाम ने जबसे दिव्य रूप लिया उसके बाद वाराणसी के फूल माला के जुड़े लोग हों या फिर बनारसी सा़ड़ी व्यवसाय करने वाले सभी उत्साहित हैं। इन व्यवसायियों में कोरोना के बाद से निराशा थी लेकिन व्यापार में करीब 40 फीसदी चेहरे खिले हुए हैं और सभी हाथों में धन्यवाद मोदी का पोस्टर लेकर विश्वनाथ धाम के गेट नबंर 4 पर खड़े है। अपनी भवनाओं को व्यक्त कर रहे हैं।
मोदी के सपनों का धाम अपने मूर्त रूप के एक वर्ष पूरा हो चुका है। इसे विकसित करने की आगे भी योजनाएं हैं। प्रशासनिक अमला अब धार्मिक पर्यटन के उदाहरण के तौर पर इस धाम को प्रस्तुत करने की तैयारी में है। काशी विश्वनाश धाम के लोकार्पण के एक वर्ष पूरे होने पर बाबा दरबार में यज्ञ हवन किया गया। काशी की सड़कों पर शोभा यात्रा निकाली गई।