कठुआ के कांडी कश्मीर टाइगर्स, चुकानी पड़ेगी कीमत, आर्मी ले रही ये एक्शन

Kathua: जम्मू के कठुआ में सोमवार को भारतीय सुरक्षाबलों की गाड़ी पर आतंकी हमले हुए. इस हमले में 5 जवान शहीद हो गए और दो घायल हो गए. इस आतंकी हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तान स्थित प्रतिबंधित जैश-ए-मोहम्मद से जुड़े संगठन कश्मीर टाइगर्स ने ली है. आतंकी समूह के बयान आने के बाद भारतीय सेना अब एक्शन मोड में आ गई है.

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Kathua: जम्मू-कश्मीर के कई इलाकों पिछले कई दिनों से आतंकी हमले हो रहे हैं. इस बीच सोमवार, 8 जुलाई को आतंकियों ने कठुआ जिले में भारतीय सेना की गाड़ी पर हमला किया. इस हमले में नियर कमीशंड ऑफिसर (JCO) समेत 5 जवान शहीद हो गए. इसके अलावा 5 जवान घायल भी हो गए हैं जिनका इलाज चल रहा है. यह हमला तब हुआ जब सुरक्षाबल लोहाई ब्लॉक के माछेड़ इलाके के बडनोटा में दोपहर 3.30 बजे तलाशी अभियान चला रहे थे.

इसी दौरान आतंकियों ने घात लगाकर उनपर हमला कर दिया. इस बीच हमले को लेकर पाकिस्तान स्थित प्रतिबंधित जैश-ए-मोहम्मद से जुड़े संगठन 'कश्मीर टाइगर्स' का एक बयान सामने आया है. 'कश्मीर टाइगर्स' ने अपने बयान में इस कठुआ हमले की जिम्मेदारी ली है. बता दें कि, इस हमले में शामिल आतंकियों ने  एम4 असाल्ट राइफल्स, ग्रेनेड्स और अन्य हथियारों का इस्तेमाल किया था.

आतंकी संगठन ने अपने बयान में आने वाले दिनों कश्मीर में और हमले करने की भी बात कही है. रिपोर्ट के मुताबिक आतंकियों ने बिलावर के माछेडी इलाके में पहाड़ी के ऊपर से सेना के वाहन पर हमला किया था. उन्होंने सेना के वाहन पर ग्रेनेड भी फेंके. हमले के बाद सेना ने तलाशी अभियान शुरू किया, जिसके बाद उनके और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ शुरू हो गई.

'कश्मीर टाइगर्स' ने लिया कठुआ हमले की जिम्मेदारी

सोमवार को कश्मीर के कठुआ जिले में हुए आतंकी हमले की जिम्मेदारी 'कश्मीर टाइगर्स' ने लिया है. आतंकी संगठन ने अपने बयान में कहा है कि, यह हमला 26 जून को डोडा में मारे गए तीन आतंकियों की मौत की बदला है. इसके अलावा उन्होंने आने वाले दिनों में ऐसे और हमले करने की भी बात कही है. कश्मीर टाइगर्स नाम के आतंकी संगठन की स्थापना जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी रहे मुफ्ती अल्ताफ उर्फ अबू जार ने की थी.   मुफ्ती अल्ताफ कश्मीर के अनंतनाग के रहने वाले हैं. इस संगठन को बनाने के बाद अल्ताफ ने एक वीडियो जारी कहा था कि, उसके पास बहुत आतंकी है.

आतंकियो को खत्म करने के लिए एक्शन मोड में सेना

जम्मू कश्मीर लगातार हो रहे आतंकी हमले को लेकर जम्मू रीजन से आतंक के सफाए का प्लान तैयार किया है. हाल ही में गृह मंत्री ने आतंकियों का जड़ से सफाया करने के लिए हाई लेवल की मीटिंग थी. इस मीटिंग में पुंछ, राजौरी, रियासी, कठुआ में सक्रिय 30 आतंकियों की लिस्ट बनी है. इस दौरान यह तय हुआ था कि आतंकियों और इनके मददगार के सफाये के लिए एनीमी एजेंट्स एक्ट अपने मूल रूप में फिर लागू किया जाएगा.

आतंकवाद का समर्थन करने पर चुकानी होगी बड़ी कीमत

16 जून को हुए हाई लेवल मीटिंग में गृह मंत्री अमित शाह ने आतंकी हमलों में हुई वृद्धि को लेकर कई प्लान बनाए हैं. उन्होंने प्रदेश में उभरते आतंकवाद को करारा जवाब देने और इसे जड़ से खत्म करने के लिए प्रदेश के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा और केंद्र शासित प्रदेश के शीर्ष सुरक्षा अधिकारियों को निर्देश दिए हैं. शाह ने अधिकारियों को जम्मू में सक्रिय आतंकवादियों और उनका समर्थन करने वाले तत्वों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का निर्देश दिया है. शाह ने उन पॉइंट्स को बंद करने पर जोर दिया है जहां से विदेश आतंकवादी घुसने में कामयाब रहे हैं. First Updated : Tuesday, 09 July 2024