बरेली। महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरी महाराज निरंजन पीठाधीश्वर होने के बाद पहली बार बरेली पहुंचे है। उन्होंने बताया कि बरेली उनकी कर्मभूमि है। यहां वह लगभग 6 साल बाद बरेली आये है। पहले वह 22 साल की उम्र में यहां आये थे और उसके बाद निरंजन पीठाधीश्वर होने के बाद बह बरेली आये है। उन्होंने कहा कि बरेली की रंगत देख कर दिल खुश हो गया मानव जैसे सब कुछ बदल गया हो अच्छा डेवलपमेंट हुआ है पत्रकारों के पूछने पर बरेली को आप किस स्तर पर देखना चाहते हैं उन्होंने कहा कि मैं बरेली को विश्व स्तर पर देखना चाहता हूं।
महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरी महाराज ने अरविंद केजरीवाल के नोट पर लक्ष्मी गणेश लक्ष्मी फोटो छापने की मांग से जुड़े पत्रकारों के सवाल पर कहा कि अरविंद केजरीवाल का बयां राजनीतिक स्टंट है। भगवान के फोटो नोट पर नही होने चाहिए इससे भगवान का अनादर होगा। बढ़ती जनसंख्या के सवाल पर कैलाशनंद गिरी ने चिंता जताते हुए कहा कि जल्द ही उत्तराखंड में कॉमन सिविल कोड लागू होगा। वही उन्होंने भारत को हिंदू राष्ट्र घोषित करने की भी वकालत की। उन्होंने यह भी कहा अयोध्या, काशी और मथुरा इनमे शुरू से विवाद रहा है, हमे उम्मीद है जल्द ही मथुरा को लेकर भी हमारे पक्ष में फैसला आएगा। ज्ञानवापी मामले में कहा ज्ञानवापी में नंदी जी की मूर्ति बताती है की ये मंदिर है, हमें विश्वास है की कोर्ट हिंदुओं के हक में फैसला देगा।
श्री श्री 1008 कैलाशानंद गिरि जी महाराज 30 अक्टूबर तक बरेली धर्म कांटा स्थित पंचमुखी हनुमान मंदिर आश्रम में प्रवास करेंगे। शहर में उनकी व्यवस्था और विभिन्न कार्यक्रम की जिम्मेदारी उनके अनुयाई व प्रिय शिष्य, सुनील यादव ,अनिल शर्मा महापौर डॉक्टर उमेश गौतम, राकेश यादव, दिनेश यादव, धीरज ,अमित चौधरी, संदीप बत्रा, दीपक सिंह के हाथों में रहेगी। First Updated : Saturday, 29 October 2022