खालिस्तानी आतंकी की हिटलिस्ट में था बादल परिवार, गोल्डन टेंपल में फायरिंग से बाल-बाल बचें सुखबीर!

पंजाब के पूर्व डिप्टी CM सुखबीर सिंह बादल पर खालिस्तानी आतंकी नारायण सिंह चौड़ा ने गोल्डन टेंपल में फायरिंग की. चौड़ा, जो बब्बर खालसा से जुड़ा है, पहले से ही बादल परिवार को निशाना बना चुका था. पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी के बाद उसके फोन से संदिग्ध लिंक भी पाए. चौड़ा ने पाकिस्तान में रहकर कई आतंकी गतिविधियों को अंजाम दिया था. यह घटना पंजाब में खालिस्तानी आतंकवाद के खतरे को बढ़ाती है.

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Edited By: Aprajita

Khalistani Terrorist Targets Badal Family: पंजाब के पूर्व डिप्टी CM सुखबीर सिंह बादल पर गोल्डन टेंपल के गेट पर फायरिंग करने वाला खालिस्तानी आतंकी नारायण सिंह चौड़ा पुलिस की गिरफ्त में है। गुरदासपुर जिले के डेरा बाबा नानक के रहने वाले इस आतंकी ने सुखबीर बादल को निशाना बनाया था, लेकिन वह बाल-बाल बच गए। चौड़ा की हिटलिस्ट में बादल परिवार पहले से था, क्योंकि वह उन्हें सिख पंथ का गद्दार मानता है। चौड़ा, जो भारत सरकार द्वारा बैन किए गए खालिस्तानी आतंकी संगठन बब्बर खालसा से जुड़ा हुआ है, आतंकवादी गतिविधियों में संलिप्त रहा है।

खालिस्तान के लिए काम कर रहा चौड़ा

नारायण सिंह चौड़ा का जन्म 4 अप्रैल 1956 को गुरदासपुर जिले के डेरा बाबा नानक एरिया के चौड़ा गांव में हुआ था। 1984 में पाकिस्तान जाने के बाद उसने कई खालिस्तानी आतंकवादी संगठनों से संपर्क किया और भारत विरोधी गतिविधियों में सक्रिय हो गया। चौड़ा आतंकी गुरिल्ला युद्ध की रणनीतियों पर आधारित किताबें और देशद्रोही साहित्य भी लिखता था। वह पंजाब में आतंकवाद के दौरान हथियारों और विस्फोटकों की तस्करी करता था और कई आतंकवादी घटनाओं में शामिल रहा।

चौड़ा का आतंकवादी इतिहास

चौड़ा पर कई गंभीर आरोप हैं, जिनमें अमृतसर, तरनतारन और रोपड़ जिलों में गैरकानूनी गतिविधियों (UAPA) और आर्म्स एक्ट के तहत मामले दर्ज हैं। वह 2013 में पंजाब पुलिस के हाथों गिरफ्तार हुआ था, जब पुलिस ने उसके खिलाफ कई आतंकी गतिविधियों का पर्दाफाश किया। 2004 में चंडीगढ़ के बुड़ैल जेल ब्रेक कांड के मास्टरमाइंड होने का आरोप भी चौड़ा पर है, जिसमें बेअंत सिंह के हत्यारे जगतार सिंह हवारा और अन्य आतंकियों को जेल से भगाया गया था। इस मामले में चौड़ा की अहम भूमिका सामने आई थी।

बादल परिवार को निशाना बनाने का इरादा

चौड़ा की हिटलिस्ट में लंबे समय से बादल परिवार शामिल था। उसने कई बार बादल परिवार को सिख पंथ का गद्दार बताया और उनके खिलाफ सार्वजनिक रूप से बयान दिए। जनवरी 2013 में केंद्र सरकार की इंटेलिजेंस ब्यूरो ने पंजाब सरकार को चेतावनी दी थी कि चौड़ा पूर्व CM प्रकाश सिंह बादल और उनके बेटे सुखबीर बादल को निशाना बना सकता है। इसके बाद दोनों नेताओं की सुरक्षा कड़ी कर दी गई थी।

खालिस्तानी गतिविधियों में सक्रिय चौड़ा

चौड़ा ने अपनी एक छद्म पहचान भी बनाई थी और वह "रणधीर सिंह" के नाम से खालिस्तानी समर्थकों के बीच सक्रिय था। उसकी गतिविधियों की जांच करने के दौरान पुलिस ने उसके ठिकाने पर छापेमारी की, जहां से संदिग्ध सामग्री, कंप्यूटर और पेन ड्राइव मिलीं। यह सामग्री बब्बर खालसा इंटरनेशनल से उसके लिंक का प्रमाण थी।

नारायण सिंह चौड़ा का इतिहास और उसकी खालिस्तानी गतिविधियां यह दिखाती हैं कि वह पंजाब में आतंकवाद फैलाने और सिख पंथ को नुकसान पहुंचाने के लिए हर समय सक्रिय था। उसकी गिरफ्तारी से राज्य में खालिस्तानी आतंकवाद की सूरत और भी स्पष्ट हो गई है।

खालिस्तानी आतंकियों का नेटवर्क और सुरक्षा के मुद्दे

सुखबीर बादल पर हमला करने के बाद पुलिस ने चौड़ा के मोबाइल फोन को जब्त किया और उसमें कुछ संदिग्ध नंबर पाए गए। इससे साफ होता है कि चौड़ा के खालिस्तानी आतंकियों के साथ गहरे संबंध थे, जिनसे वह लगातार संपर्क में रहता था। पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी के बाद यह भी कहा कि यह केवल शुरुआत है, और आगे इस नेटवर्क के अन्य आतंकियों का भी खुलासा किया जाएगा।

यह घटना न केवल पंजाब में खालिस्तानी आतंकवाद की जड़ें गहरी होने की ओर इशारा करती है, बल्कि यह भी दिखाती है कि ऐसे आतंकवादी किसी भी सीमा तक जा सकते हैं, चाहे वह राजनीति हो या सुरक्षा, और वे अपनी हिंसा फैलाने के लिए हर मौके का फायदा उठाते हैं।

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04 December 2024, 07:16 PM IST

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