राजस्थान का मंदिर वाला बजट, 100 करोड़ में बनेगा खाटू श्याम का कॉरिडोर

Khatu Shyam Temple Corridor: बुधवार, 10 जुलाई को राजस्थान सरकार ने बजट पेश किया. इसमें उपमुख्यमंत्री और वित्त मंत्री दीया कुमारी ने 2 घंटे 51 मिनट में कई बड़ी घोषणाएं कीं. हालांकि, सबसे ज्यादा चर्चा काशी विश्वनाथ की तरह खाटू श्याम मंदिर का कॉरिडोर बनाने की घोषणा की हो रही है. आइये जानें करीब 100 करोड़ के आवंटन पर क्या है सरकार का प्लान

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Khatu Shyam Corridor: राजस्थान की भजनलाल सरकार का पहला फुल बजट वित्त मंत्री दीया कुमारी विधानसभा में 10 जुलाई को पेश किया. इस दौरान उन्होंने  2 घंटे 51 मिनट में कई बड़ी घोषणाएं की और विभिन्न योजनाओं के लिए बजट आवंटन किया. इस बजट में युवा, महिला, किसान, नौकरी पेशा और व्यापारियों सभी का ध्यान रखा गया. हालांकि, सबसे ज्यादा ध्यान रखा गया खाटू श्याम के भक्तों का. दिया कुमारी ने अपने बजट में काशी, उज्जैन, अयोध्या की तरह ही खाटू श्याम कॉरिडोर के लिए बजट में 100 करोड़ रुपये आवंटित किए. इसके साथ ही उन्होंने अन्य पर्यटन योजनाओं के लिए घोषणा की.

बता दें ये राजस्थान की भजनलाल सरकार का पहला फुल बजट था. इस कारण इससे जनता को काफी उम्मीद थी. बजट में काफी हद तक ये देखने भी मिला की सरकार ने इन बातों का ध्यान रखा है. हालांकि, इस पर विपक्ष कई चीजों को लेकर सवाल उठा रहा है. आइये जानें राजस्थान का बजट मंदिरों के लिए कैसे खास रहा.

खाटू श्याम का कॉरिडोर का ऐलान

अपने बजट भाषण में दिया कुमारी ने कहा कि राजस्थान की धरती मंदिरों और पूजा स्थलों के लिए आकर्षण का केंद्र रखती है. PM मोदी के नेतृत्व में हमारी सरकारों ने श्रद्धालुओं की आस्था के को ध्यान में रखते हुए अयोध्या, काशी विश्वनाथ को और भव्य बनाया है. इसी तर्ज पर मैं खाटू श्यामजी को भी भव्यता और तीर्थ के विकास के लिए 100 करोड़ रुपये के प्रावधान की घोषणा करती हूं.

त्योहारों और भक्ति 

सरकार ने दिवाली, होली, शिवरात्रि और रामनवमी जैसे तमाम त्यौहारों को मनाने के लिए 13 करोड़ रुपये की राशि निर्धारित की है. इससे प्रदेश के 600 मंदिरों की सजावट और मौके पर अन्य आयोजन किए जाएंगे. इसके साथ ही उन्होंने प्रदेश में पर्यटन को बढ़ाने के लिए भी कई योजनाओं के लिए 5 हजार करोड़ रुपये  के बजट का ऐलान किया है. सरकार की योजना राजस्थान मंडपम बनाने की है.

आय बढ़ेगी पर घाटा जारी

राज्य सरकार ने अनुमान लगाया है कि 2023-24 का 3.76 प्रतिशत राजकोषीय घाटा 2024-25 में 3.93 प्रतिशत रह सकता है. इसके साथ ही इस बजट में अनुमान लगाया गया है कि 2023-24 के संशोधित अनुमानों की तुलना में 2024-25 में उसकी राजस्व प्राप्तियां 11 प्रतिशत बढ़कर 2.37 लाख करोड़ रुपये के आसपास हो सकती है. यानी कुल मिलाकर राज्य के आय में बढ़ोतरी की संभावना है.

First Updated : Monday, 15 July 2024