राजस्थान के कोटा में कोचिंग स्टूडेंट के सुसाइड के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं. 24 घंटे के अंदर कोटा में बुधवार को एक और कोचिंग छात्र ने आत्महत्या कर ली. छात्र के आत्महत्या करने का यह मामला कोटा के विज्ञान नगर इलाके के अम्बेडकर नगर का है. 2 दिन में यह दूसरा मामला है. मृतक छात्र अभिषेक एमपी के गुन्ना का रहने वाला था. वह कोटा में हॉस्टल में रहकर निजी कोचिंग से जेईई एडवांस की तैयारी कर रहा था.
छात्र ने जब परिजनों का फोन नहीं उठाया तो परिजनों ने हॉस्टल वार्डन को फोन किया. इसके बाद जब वार्डन रूम पर पहुंचा तो छात्र ने गेट नहीं खोला. इसके बाद दरवाजा तोड़ा तो देखा कि छात्र ने अपने ही कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है.
एडिशनल एसपी दिलीप सैनी ने बताया कि शाम को पुलिस को सूचना मिली थी कि एक छात्र ने सुसाइड कर लिया है. पुलिस मौके पर पहुंची तो पता चला कि छात्र ने अपने ही कमरे में लगे पंखे से फंदा लगाकर अपनी जान ले ली है. मृतक छात्र अभिषेक की उम्र सिर्फ 18 साल थी. छात्र के शव को अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया गया है. परिजनों के कोटा पहुंचने पर पोस्टमार्टम करवाया जाएगा फिलहाल मामले की जांच की जा रही है. छात्र ने सुसाइड क्यों किया इसका फिलहाल कुछ पता नहीं लग पाया है. परिजनों के आने पर अग्रिम जांच की जाएगी.
कल हरियाणा के छात्र ने दी थी जान
इससे पहले गुरुवार रात को एक हरियाणा निवासी छात्र ने फांसी लगाकर आत्महत्या की थी. हरियाणा के महेंद्रगढ़ निवासी छात्र नीरज का शव राजीव गांधी नगर इलाके में बने उसके कमरे में पंखे से लटकता हुआ मिला था. नीरज बीते 2 साल से कोटा के राजीव गांधी नगर क्षेत्र में आनंद कुंज रेजीडेंसी में रहकर JEE की तैयारी कर रहा था.
परिजनों ने क्या कहा?
पुलिस के मुताबिक, नीरज ने मंगलवार की देर शाम अपने कमरे में फांसी लगा ली थी. जब हॉस्टल के केयरटेकर ने कमरे का दरवाजा खटखटाया तब कोई जवाब नहीं मिला. इसके बाद आत्महत्या का खुलासा हुआ. परिजनों के मुताबिक, नीरज बीते 2 साल से कोटा में तैयारी कर रहा था. वह पढाई में अच्छा था और नियमित रूप से कोचिंग कक्षा में जाता था. नीरज के पिता ने आरोप लगाया है कि उनका बेटा आत्महत्या नहीं कर सकता. पिता का आरोप है कि नीरज की गला दबाकर हत्या की गई और बाद में इसे आत्महत्या दिखाने के लिए उसे पंखे से लटका दिया गया. उन्होंने मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है.
कोटा में घटी कोचिंग स्टूडेंट की संख्या
बता दें कि साल 2024 में कोटा 17 छात्रों के सुसाइड की घटना हुई थी. जबकि इससे पहले वर्ष 2023 में दोगुना 26 कोचिंग छात्रों के आत्महत्या के मामले दर्ज किए गए थे. लगातार कोचिंग छात्रों के बढ़ते मामलों की वजह से कोटा में छात्रों की संख्या घटकर 85,000 से एक लाख तक रह गई.
कोटा जिलाधिकारी रवींद्र गोस्वामी के मुताबिक, आमतौर पर कोटा में कोचिंग छात्रों की संख्या करीब दो-ढाई लाख होती थी. इससे वार्षिक राजस्व में भी कमी आई जो 2023 में 6,500-7,000 करोड़ रुपये से घटकर 3,500 करोड़ रुपये रह गया.
First Updated : Thursday, 09 January 2025