Kulgam: अलमारी के पीछे 'बंकर' और सीक्रेट दरवाजा...ऑपरेशन को अंजाम देने के बाद यहां छुपते थे आतंकी
J&K: दक्षिण कश्मीर के कुलगाम जिले में शनिवार दोपहर सुरक्षा बलों द्वारा जारी अभियान के दौरान 8 आतंकवादियों को मार गिराया गया, जबकि सेना के दो जवान शहीद हो गए. इस बीच सोशल मीडिया पर आतंकवादियों के ठिकाने का एक वीडियो सामने आया है. इस वीडियो में सुरक्षाबल उस बंकर की जांच करते हुए दिखाई दे रहे हैं जिसमें आतंकवादी छिपते थे. कहा जा रहा है कि, ऑपरेशन को अंजाम देने के बाद वो इसी बंकर के अंदर छिप जाया करते थे.
Kulgam: जम्मू-कश्मीर के कुलगाम जिले में शनिवार रात मुठभेड़ में हिजबुल मुजाहिदीन के चार आतंकवादी मारे गए.अधिकारियों ने बताया कि कुलगाम में रविवार को हुई दोहरी मुठभेड़ में मरने वालों की संख्या छह हो गई, क्योंकि सुरक्षा बलों ने दो और आतंकवादियों के शव बरामद किए गए हैं. कुलगाम जिले के दो गांवों में शनिवार को मुठभेड़ शुरू हुई थी. रिपोर्ट के मुताबिक ये चारों आतंकवादी चिन्निगम फ्रिसेल में एक ठिकाने में रह रहे थे, जहां उन्होंने एक अलमारी के अंदर बंकर बनाया था. एनडीटीवी के रिपोर्ट के मुताबिक, अधिकारियों को शक है कि आतंकवादियों को पनाह देने में स्थानीय लोगों का हाथ है जिसकी जांच की जा रही है.
इस बीच सोशल मीडिया पर एक वीडियो सामने आया है. इस वीडियो में सुरक्षा अधिकारी उस बंकर की जांच करते हुए दिखाई दे रहे हैं जिसमें आतंकवादी ऑपरेशन को अंजाम देने के बाद छिप जाया करते थे. बता दें कि, लोकसभा चुनाव खत्म होने के बाद से जम्मू कश्मीर में एक के बाद एक आतंकी घटना देखने को मिल रहे हैं. ऑपरेशन के बारे में बोलते हुए, जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिदेशक आरआर स्वैन ने कहा कि इतनी बड़ी संख्या में आतंकवादियों को मार गिराना एक बड़ी उपलब्धि थी.
कुलगाम में दो बार हुई मुठभेड़
कुलगाम में शनिवार को दो मुठभेड़ हुई, पहली मुठभेड़ मदेरगाम में हुई, जहां एक सैनिक मारा गया. वहीं दूसरी मुठभेड़ कुलगाम के चिनिगाम में हुई जिसमें जवानों ने चार आतंकवादी को मार गिराया. हालांकि, इस मुठभेड़ के दौरान सेना का एक और जवान शहीद हो गया. भारतीय सेना, जम्मू-कश्मीर पुलिस और सीआरपीएफ ने कश्मीर में दो अलग-अलग मुठभेड़ों में पाकिस्तान प्रायोजित 6 आतंकवादियों को मार गिराया. मोदरगाम में शहीद हुए जवान की पहचान लांस नायक प्रदीप नैन के रूप में हुई है जो हरियाणा के रहने वाले थे. वहीं चिवन्निगम में जो जवान शहीद हुए उनकी पहचान महाराष्ट्र के ओकला जिले के रहने वाले प्रवीण जंजाल के रूप में हुई है.
हिजबुल मुजाहिदीन से जुड़े थे आतंकी
सभी आतंकवादी हिजबुल मुजाहिदीन से जुड़े थे, जिनमें से एक की पहचान समूह के स्थानीय कमांडर के रूप में की गई है. चिन्निगम फ्रिसेल में मारे गए चारों आतंकवादियों की पहचान यावर बशीर डार, जाहिद अहमद डार, तौहीद अहमद राथर और शकील अहमद वानी के रूप में हुई है. एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक, मदेरगाम में मारे गए दोनों आतंकवादियों की पहचान फैसल और आदिल के रूप में हुई है.
अलमारी के पीछे बनाया था 'बंकर'
शनिवार को हुए मुठभेड़ में मार गए आतंकी कुलगाम के चिनीगाम में छिपकर रहते हैं और वहीं से अपने ऑपरेशन को अंजाम देते थे. रिपोर्ट से मिली जानकारी के मुताबिक, कुलगाम के चिन्निगम क्षेत्र के जिस घर में आतंकी रह रहे थे वहां उन्होंने अलमारी के पीछे बंकर यानी तहखाना बना रखा था. इसमें एक सीक्रेट दरवाजा भी था. आतंकियों के मारे जाने के बाद सुरक्षाबलों ने घर की तलाशी ली जिसके बाद यह खुलासा हुआ है. जानकारी के मुताबिक, आतंकी हथियार व गोला बारूद छिपाने के लिए इसी बंकर का इस्तेमाल करते थे.
Indian Army has discovered a new hideout of terrorists in Kulgam, Kashmir, where they used to hide.
— विवेक सिंह नेताजी (@INCVivekSingh) July 7, 2024
See how a bunker has been built behind the cupboard in the house.#IndianArmy #KulgamEncounter#Kashmir #JammuKashmir #Kulgam pic.twitter.com/TUsWpQU4Qa
लगातार हो रहे हैं सेना के ऑपरेशन
गौरतलब है कि, जम्मुकश्मी में पिछले कई दशकों से आतंकी हमले देखने को मिल रहे हैं. प्रदेश में आतंक को खत्म करने के लिए सरकार लगातार अभियान चला रही है. पिछले महीने कश्मीर में कई ऑपरेशन को अंजाम दिया गया है. लगभग 10-12 दिन पहले सुरक्षा बलों ने डोडा जीले में 3 आतंकियों को मुठभेड़ में मार गिराया था. इस दौरान मारे गए तीनों आतंकियों की पहचान पाकिस्तानी नागरिक के रूप में हुई थी. इन आतंकियों के पास से सुरक्षाबलों ने भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद बरामद किए गए थे.
पिछले महीने हुए थे बड़े तीन आतंकी हमले
जम्मू कश्मीर में सफल लोकसभा चुनाव के बाद पाकिस्तान में बैठे आतंकियों के आका बौखला गए हैं जिस वजह से प्रदेश में लगातार आतंकी हमले करवा रहे हैं. पिछले महीने जून में तीन बड़े आतंकी हमले हुए थे. रियासी कठुआ और डोडा में हुए आतंकी हमलों में कई लोगों की जान चली गई और कई लोग जख्मी भी हो गए. इन हमलों में CRPF का एक जवान भी शहीद हो गया था. सुरक्षाबलों ने ऑपरेशन के दौरान कठुआ में दो आतंकियों को मार गिराया था.