कुमारी सैलजा ने हरियाणा की सफाई व्यवस्था पर उठाए गंभीर सवाल, भाजपा और कचरा प्रबंधन पर लगाए आरोप

Haryana: कुमारी सैलजा ने हरियाणा सरकार की सफाई व्यवस्था पर गंभीर सवाल उठाए हैं. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार ने सफाई के लिए अरबों रुपये जारी किए, लेकिन वास्तव में सफाई व्यवस्था में सुधार नहीं हुआ है. स्वच्छता सर्वेक्षण 2023 में हरियाणा की रैंकिंग गिर गई है और कई प्रमुख शहरों की स्थिति भी खराब हुई है. सैलजा ने कहा कि सरकार ने कचरा प्रबंधन पर ध्यान नहीं दिया और इसमें घोटाले हुए हैं. उन्होंने भाजपा पर भी निशाना साधा और आगामी चुनाव में किसानों की प्रतिक्रिया की उम्मीद जताई.

JBT Desk
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Haryana: अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की महासचिव और सिरसा की सांसद कुमारी सैलजा ने हरियाणा सरकार की सफाई व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं. उनका कहना है कि सरकार दावा करती है कि उसने प्रदेश को अभूतपूर्व तरीके से विकसित किया है लेकिन इस दावे के बावजूद, प्रदेश के शहरों में कूड़े के ढेर लगे हुए है जो दिखाते हैं कि सफाई की स्थिति बिलकुल ठीक नहीं है. कुमारी सैलजा ने आरोप लगाया कि सफाई के नाम पर अरबों रुपये का बजट जारी किया गया लेकिन नगर निगम, नगर पालिका और नगर परिषदों में सफाई कर्मियों की भर्ती आज तक पूरी नहीं हुई है.

सफाई में हरियाणा की रैंकिंग गिरि: सैलजा

मीडिया को दिए अपने एक बयान में कुमारी सैैलजा ने कहा है कि, स्वच्छ सर्वेक्षण 2023 की रैंकिंग में हरियाणा को बड़ा झटका लगा है. स्वच्छता सर्वेक्षण 2023 में हरियाणा की रैंकिंग गिरकर 14वें स्थान पर आ गई है, जबकि 2021 में यह दूसरे स्थान पर था. इस बार राज्य के किसी भी शहर को टॉप 100 में जगह नहीं मिली. रोहतक और करनाल जैसे प्रमुख शहरों की रैंकिंग भी काफी गिर गई है. जहां रोहतक ने 109वां और करनाल ने 115वां स्थान प्राप्त किया है. हालांकि झज्जर के बेरी नगर पालिका ने प्रदेश में तीसरा स्थान हासिल किया है और उत्तर भारत में 47वां स्थान प्राप्त किया है.

कमाई का श्रोत बना कचरा प्रबंधन 

सैलजा ने कहा कि स्वच्छता सर्वेक्षण 2022 में हरियाणा के पांच शहर टॉप 100 में शामिल थे. जिनमें गुरुग्राम 19वें, रोहतक 38वें, करनाल 85वें, पंचकूला 86वें और अंबाला 91वें स्थान पर थे. लेकिन इस साल की गिरावट से यह स्पष्ट है कि सफाई की व्यवस्था ठीक से संचालित नहीं हो रही है. उन्होंने कहा कि पिछले तीन वर्षों में स्वच्छता स्कोर में मामूली बढ़ोतरी के बावजूद, वास्तविक स्थिति में सुधार नहीं हुआ है.

इसके अलावा कचरा प्रबंधन की स्थिति भी कमजोर रही है और डस्टबिन के वितरण में भी घोटाले हुए हैं. कुमारी सैलजा ने आरोप लगाया कि सरकार ने कचरा प्रबंधन पर कोई ठोस ध्यान नहीं दिया और अधिकारियों ने इसे कमाई का स्रोत बना दिया है. उन्होंने कहा कि अगर विजीलेंस जांच की जाए तो एक बड़ा घोटाला सामने आ सकता है.

भाजपा है किसान विरोधी: सैलजा

इसके साथ ही कुमारी सैलजा ने भाजपा पर भी निशाना साधते हुए कहा है कि भाजपा किसान विरोधी नीतियों को अपनाते हुए किसानों पर गोली चलवाने और उन्हें आतंकवादी कहने जैसी गतिविधियों में शामिल रही है. सैलजा ने विश्वास जताया कि किसान विधानसभा चुनाव में भाजपा को मजबूती से जवाब देंगे, जैसा कि उन्होंने लोकसभा चुनाव में संकेत दिया था.

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27 August 2024, 08:10 PM IST

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