Baba Siddique Murder: मुंबई के बांद्रा ईस्ट में एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की गोली मारकर हत्या कर दी गई. बाबा सिद्दीकी तीन बार विधायक रह चुके थे और पहले कांग्रेस सरकार में मंत्री भी थे. वे महाराष्ट्र के बड़े नेताओं में माने जाते थे. उन्होंने अपनी राजनीतिक जिंदगी कांग्रेस में बिताई, लेकिन लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस छोड़कर एनसीपी (अजित पवार गुट) में शामिल हो गए थे.
महाराष्ट्र में अगले दो महीनों में विधानसभा चुनाव होने हैं. बाबा सिद्दीकी की खासकर मुंबई में मजबूत राजनीतिक पकड़ थी, खासकर मुस्लिम बहुल इलाकों में. इसके अलावा, बॉलीवुड में भी उनका खासा प्रभाव था. उनकी इफ्तार पार्टियां बहुत प्रसिद्ध थीं, जहां बड़े-बड़े सितारे शामिल होते थे. ऐसे में अब विपक्षी दल इस हत्या को लेकर राजनीति करने की कोशिश कर सकते हैं.
बाबा सिद्दीकी की हत्या से राजनीतिक और बॉलीवुड दोनों जगत में शोक की लहर है. राहुल गांधी ने भी इस घटना पर दुख जताया और न्याय की मांग की. उन्होंने एक पोस्ट में लिखा, “बाबा सिद्दीकी जी की मौत चौंकाने वाली और दुखद है. इस मुश्किल समय में मेरी संवेदनाएं उनके परिवार के साथ हैं. महाराष्ट्र में कानून व्यवस्था पूरी तरह से फेल है, और यह घटना इसे साबित करती है. सरकार को इस पर जिम्मेदारी लेनी चाहिए और न्याय मिलना चाहिए.”
शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत ने कहा, "महाराष्ट्र में कानून-व्यवस्था की स्थिति अच्छी रही है. इसलिए बड़े उद्योग मुंबई में आए हैं. कल बाबा सिद्दीकी की हत्या हुई, जो राज्य के पूर्व मंत्री थे. उन्हें राज्य सुरक्षा प्रदान की गई थी और उनकी हत्या कर दी गई. इसका क्या मतलब है? यह सीएम की विफलता है. आपने (सीएम) जिस तरह से पुलिस का इस्तेमाल किया है, उसी वजह से अब पुलिस और कानून का कोई डर नहीं रह गया है. दिनदहाड़े कभी भी हत्याएं हो रही हैं. अब तक, हमने कहा है कि राज्य के गृह मंत्री देवेंद्र फडणवीस पूरी तरह से विफल हैं. उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए. लेकिन अब राज्यपाल को हस्तक्षेप करना चाहिए और देवेंद्र फडणवीस को गृह मंत्री के पद से हटाना चाहिए."
भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुघ ने कहा, "घटना अत्यंत निंदनीय है, जांच चल रही है, मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री और पूरा प्रशासन इस पर कड़ी निगरानी रख रहा है. दो आरोपियों को रातों-रात गिरफ्तार कर लिया गया. दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा. लेकिन मेरी अपील है कि इस पर राजनीति न करें. राजनीतिक लाभ के लिए ऐसी स्थितियों को बदनाम करना, भय फैलाना दुर्भाग्यपूर्ण है."
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने अधिकारियों को बाबा सिद्दीकी के लिए पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार की व्यवस्था करने का निर्देश दिया है क्योंकि उन्होंने 2004-2008 के दौरान महाराष्ट्र सरकार में मंत्री और म्हाडा के अध्यक्ष के रूप में कार्य किया था. First Updated : Sunday, 13 October 2024