कूनो नेशनल पार्क में चीते के लिए खतरा बनी तेंदुआ, 8 में से 6 अब भी क्वारंटीन

कूनो नेशनल पार्क में लाए गए 8 चीते में से 6 अब भी क्वारंटीन हैं। 2 को आज ही वन प्रशासन ने बड़े बाड़े में छोड़ा है। बताया जा रहा है कि इन चीतों के लिए कूनो नेशनल पार्क में मौजूद तेदुंए खतरा बन सकते हैं यानि तेदुंए चीते का शिकार कर सकते हैं।

Suman Saurabh
Suman Saurabh

मध्यप्रदेश: कूनो नेशनल पार्क में लाए गए 8 चीते में से 6 अब भी क्वारंटीन हैं। 2 को आज ही वन प्रशासन ने बड़े बाड़े में छोड़ा है। बताया जा रहा है कि इन चीतों के लिए कूनो नेशनल पार्क में मौजूद तेंदुए खतरा बन सकते हैं यानि तेंदुए चीते का शिकार कर सकते हैं। वन प्रशासन के अनुसार इस समय पार्क में तेंदुए की संख्या अधिक है जो कि चिंता का विषय है। बता दें कि अफ्रीका से लाए गए 8 चीते को यहां के वातावरण में ढालने व उसपर निगरानी रखने के लिए उसे 30 दिनों तक क्वारंटीन में रखना था, जिसके बाद उसे बड़े बाड़े में छोड़ा जाना था। लेकिन आज इन चीतों को लाए 50 दिन हो चुके हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि इन चीतों को ज्यादा दिन तक क्वारंटीन में नहीं रखा जा सकता है।

 

बता दें कि आज वन प्रशासन के द्वारा 2 चीतों को बड़े बाड़े में छोड़ा गया है। हालांकि तब भी निगरानी रखी जा रही है। वन प्रशासन ने जानकारी देते हुए बताया है कि मौजूदा समय में कूनों नेशनल पार्क में तेंदुए की संख्या अधिक है। बताया जा रहा है कि इस वक्त कूनो नेशनल पार्क में 70 से 80 तेंदुए मौजूद हैं। दक्षिण अफ्रीका में चीता मेटापॉपुलेशन इनीशिएटिव प्रोजेक्ट (CMIP) के प्रबंधक विन्सेंट वान डेर मर्व ने कहा है कि चीतों को सबसे ज्यादा खतरा तेंदुआ से होता है।

 

उन्होंने बताया कि अफ्रीका में जितने चीते मरते हैं उनमें से 9 प्रतिशत का शिकार तेंदुए के द्वारा किया जाता है। मर्व ने आगे बताया है कि शिकार होने वाले ज्यादातर चीते शावक होते हैं, वयस्क हो जाने के यह डर काफी कम हो जाता है। कई परिस्थियों में चीते तेंदुए पर भारी पड़ जाते हैं। क्योंकि भारत में लाए गए ज्यादातर चीते शावक हैं इसलिए उनके शिकार होने का खतरा बढ़ जाता है।

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06 November 2022, 06:52 PM IST

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