दिल्ली में फिर बदली शराब नीति, सिसोदिया बोले- गुजरात की तरह बीजेपी यहां भी बेचना चाहती है शराब

दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने दिल्ली की नई एक्साइज पॉलिसी को वापस लेने का फैसला लिया है। इस बीच शनिवार को दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने भी इस बात का ऐलान किया कि दिल्ली में पुरानी शराब नीति लागू होगी। साथ ही उन्होंने कहा कि केजरीवाल सरकार नई शराब नीति लागू करना चाह रही थी ताकि घोटाला को रोका जा सके। इस दौरान सिसोदिया बीजेपी पर हमलावर रहे।

Janbhawana Times
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नई दिल्ली: दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने दिल्ली की नई एक्साइज पॉलिसी को वापस लेने का फैसला लिया है। इस बीच शनिवार को दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने भी इस बात का ऐलान किया कि दिल्ली में पुरानी शराब नीति लागू होगी। साथ ही उन्होंने कहा कि केजरीवाल सरकार नई शराब नीति लागू करना चाह रही थी ताकि घोटाला को रोका जा सके। इस दौरान सिसोदिया बीजेपी पर हमलावर रहे।

 

उन्होंने कहा कि मैं आज आपके सामने दो राज्यों की एक्साइज पॉलिसी के बारे में तथ्य रखना चाहता हूं। एक है गुजरात की, जहां पर शराबबंदी की हुई है. गुजरात में शराबबंदी है लेकिन सब जानते हैं कि शराबबंदी के नाम पर यह लोग वहां पर हजारों करोड़ रूपए की नकली शराब बेचते हैं। यह नकली शराब से मौत का पहला मामला नहीं है यह लोग कहते हैं कि गुजरात में शराबबंदी कर रखी है लेकिन हर दूसरे तीसरे साल ऐसे मामले आते हैं जहां पर लोग जहरीली शराब पीकर मर रहे हैं।

 

सिसोदिया ने आगे कहा कि दूसरा मॉडल है दिल्ली का- हमारी सरकार पिछले साल नई एक्साइज पॉलिसी लेकर आई 2021-22 की पॉलिसी लागू होने से पहले दिल्ली में सरकारी दुकानें थीं ज्यादातर। दिल्ली में जो प्राइवेट दुकानों थी उनके लाइसेंस उन्होंने अपने यारों दोस्तों को दे रखे थे और बहुत कम लाइसेंस फीस लेते थे। पीसी के दौरान सिसोदिया ने कहा कि पहले दिल्ली में 850 दुकानें होती थी और हमने नई पॉलिसी में तय की कि उतनी ही दुकानें खोली जाएंगी, कोई नई दुकान नहीं खोली जाएगी। पहले सरकार को 6000 करोड़ का रिवेन्यू मिलता था अब 9500 करोड़ का रिवेन्यू आने लगा।

 

बीजेपी पर निशाना साधते हुए सिसोदिया ने कहा कि आज दिल्ली में कुल 468 दुकानें ही चल रही है और 1 अगस्त से कई और दुकान वाले भी कम हो जाएंगे क्योंकि सीबीआई, ईडी के डर से कई और लोग भी दुकानें छोड़कर जाने वाले हैं। ये लोग चाहते हैं कि दिल्ली में शराब की किल्लत हो। लीगल तरीके से बेची जा रही शराब की किल्लत हो। डिप्टी सीएम ने कहा कि अगर दिल्ली में शराब की किल्लत होती है तो फिर इन्हें फायदा होता है क्योंकि नकली शराब का धंधा पैदा होता है।

 

इन्होंने सीबीआई, ईडी के नाम से इतना डरा दिया है कि अब कोई शराब का टेंडर लेने को तैयार नहीं है, अधिकारी डरे हुए हैं। सिसोदिया ने कहा कि कुल मिलाकर इन्होंने ऐसे हालात पैदा कर दिए हैं कि 1 अगस्त से दिल्ली में एक्साइज ड्यूटी देने वाली दुकान कम होती चली जाएं और इनका अवैध शराब का धंधा पनपने लगे।

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30 July 2022, 01:47 PM IST

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