दिल्ली चुनाव में शराब घोटाला बन सकता है गेम चेंजर, AAP की सियासत पर असर!
Arvind Kejriwal News: अरविंद केजरीवाल को शराब घोटाले के मनीलॉन्ड्रिंग मामले में 12 जुलाई को सुप्रीम कोर्ट ने अंतरिम जमानत दे दी थी, जबकि शीर्ष अदालत ने उन्हें 13 सितंबर को सीबीआई मामले में जमानत पर रिहा कर दिया था.
Arvind Kejriwal News: दिल्ली के उप-राज्यपाल (एलजी) वी.के. सक्सेना ने पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर मुकदमा चलाने के लिए प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) को मंजूरी दे दी है. इससे दिल्ली में फरवरी में होने वाले चुनावों का माहौल और गर्मा गया है. आम आदमी पार्टी (आप) भ्रष्टाचार समाप्त करने के वादे पर बनी थी, और केजरीवाल खुद को एक "साफ-सुथरे नेता" के रूप में पेश करते थे. हालांकि, बीजेपी और कांग्रेस ने उनके दावों पर सवाल उठाए हैं और सरकार पर आरोप लगाए हैं.
एलजी के इस फैसले पर केजरीवाल के साथी और पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा, "अगर एलजी ने ईडी को मुकदमा चलाने की मंजूरी दी है, तो इसकी कॉपी कहां है? यह एक अफवाह लगती है." 'आप' नेताओं ने एलजी की मंजूरी का सबूत मांगा और इस पर सवाल उठाए हैं. 'आप' इस मुद्दे का इस्तेमाल यह दिखाने के लिए करेगी कि बीजेपी घबराई हुई है और अपने विरोधियों को दबाने के लिए एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है. 'आप' इस मामले पर सहानुभूति बटोरने और दिल्ली चुनावों के लिए अपने मतदाताओं से जुड़ने की कोशिश करेगी.
फिर निकला शराब घोटाले का जिन्न
बीजेपी के लिए, यह मामला ‘आप’ पार्टी के भ्रष्टाचार को उजागर करने का एक अवसर है. उनका कहना है कि शराब घोटाला यह साबित करता है कि केजरीवाल मुख्य साजिशकर्ता थे और वह इससे बच नहीं सकते. वे दावा कर रहे हैं कि ईडी के नोट में होटल में ठहरने और पैसे के लेन-देन के सबूत हैं, और अगर 'आप' फिर से सत्ता में आती है, तो भ्रष्टाचार बढ़ जाएगा.
केजरीवाल का नहीं छोड़ रहा पीछा
बीजेपी के दिल्ली अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा, “यह साफ है कि केजरीवाल दिल्ली शराब नीति घोटाले के मुख्य साजिशकर्ता हैं, और जैसे-जैसे जांच बढ़ेगी, उन्हें सजा मिलेगी.” बीजेपी के लिए यह चुनाव 'करो या मरो' की लड़ाई है. पिछले 12 साल से दिल्ली में सत्ता से बाहर रहने के बाद, पार्टी का दिल्ली में वापसी करना बहुत महत्वपूर्ण है.
कांग्रेस के लिए यह चुनाव चुनौतीपूर्ण
कांग्रेस के लिए यह चुनाव चुनौतीपूर्ण होगा. 'आप' के साथ गठबंधन को लेकर असमंजस के बावजूद, कांग्रेस ने मुकाबला करने का फैसला किया है. पूर्व सांसद संदीप दीक्षित को केजरीवाल के खिलाफ मैदान में उतारा गया है. उन्होंने कहा कि केजरीवाल के खिलाफ मुकदमा चलाना पहले ही जरूरी था और इसके लिए पर्याप्त सबूत थे. दिल्ली चुनावों में अब बीजेपी, 'आप' और कांग्रेस के बीच मुकाबला होगा. फरवरी में दिल्ली विधानसभा चुनाव होने की संभावना है, और इस चुनाव में भ्रष्टाचार के मुद्दे पर ही मुख्य लड़ाई होगी.