लखनऊ के गोमतीनगर स्थित ओवरसीज बैंक में हुई चोरी के मामले में दो बदमाशों को एनकाउंटर में ढेर कर दिया. एक बदमाश को गोमतीनगर तो दूसरे का लखनऊ में पुलिस के साथ एनकाउंटर में गोली लगी. गाजीपुर में बिहार के रहने वाले बदमाश सन्नीदयाल का मंगलवार सुबह एनकाउंटर हुआ. दूसरे बदमाश सोबिंद कुमार का सोमवार देर रात एनकाउंटर हुआ. उसका राम मनोहर लोहिया अस्पताल में इलाज चल रहा था. लेकिन मंगलवार सुबह उसकी भी मौत हो गई.दोनों बदमाशों पर 25 हजार रुपये इनाम घोषित था. चोरी की इस वारदात को सात चोरों ने अंजाम दिया था. इनमें से अब दो की मौत हो गई है.
पुलिस को देखकर भागने लगे बदमाश
जानकारी के मुताबिक, सन्नी दयाल गाजीपुर में बिहार बॉर्डर पर हुई मुठभेड़ में मारा गया. ये मुठभेड़ गहमर थाना क्षेत्र की बारा पुलिस चौकी के पास हुई थी. बैंक लूट में शामिल सन्नी दयाल की मौत की पुष्टि गाजीपुर के एसपी इरज राजा ने की है. जानकारी के अनुसार, बारा चौकी इंचार्ज ने चेकिंग के दौरान दो मोटरसाइकिल सवार संदिग्धों को रोका. दोनों घबराकर बिहार बॉर्डर की तरफ भागने लगे. तभी पुलिस से उनकी मुठभेड़ हो गई. पुलिस ने उनका पीछा किया तो बदमाशों ने फायरिंग करना शुरू कर दिया.
पुलिस ने भी जवाबी फायरिंग की. एक बदमाशा को गोली लगी, जिससे वो गिर गया. दूसरा बदमाश अंधेरे का फायदा उठाकर भाग गया. घायल बदमाश की पहचान सन्नीदयाल के रूप में हुई. उसके पास से एक पिस्टल, जिंदा कारतूस, बैंक से चोरी कुछ गहने और 35500 रुपये कैश बरामद हुआ. घायल बदमाश को CHC भदौरा ले गाया गया. लेकिन गंभीर हालत को देखते हुए उसे गाजीपुर जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया. यहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. बदमाश बिहार के मुंगेर का रहने वाला था.
2 घंटे तक की चोरी
22 दिसंबर को इंडियन ओवरसीज बैंक की चिनहट ब्रांच से चोर करोड़ों के जेवर और बाकी सामान चुराकर फरार हो गए थे. चोर 2 घंटे तक बैंक में रहे. चार चोरों ने चोरी को अंजाम दिया. जबकि, तीन बाहर खड़े होकर हर चीज पर नजर रख रहे थे. पुलिस के मुताबिक, इंडियन ओवरसीज बैंक में चार चोर दीवार काटकर बैंक के लॉकर तक पहुंचे थे. इसके बाद उन्होंने इलेक्ट्रिक कटर से 42 लॉकर काटे और करोड़ों रुपये के जेवर, कागजात लूट ले गए थे. चोरों ने इस वारदात को रविवार को अंजाम दिया. क्योंकि रविवार को बैंक बंद रहता है. ऐसे में चोरों ने बैंके के पास खाली पड़े प्लॉट की तरफ से दीवार काटी.
42 लॉकर कटे मिले
रविवार को जब एक दुकानदार प्लॉट की तरफ गया तो उसने दीवार कटी देखी. इसके बाद उसने पुलिस को जानकारी दी. पुलिस मौके पर पहुंची और बैंक के अंदर चेक किया गया तो 90 में से 42 लॉकर कटे हुए थे. इन लॉकरों में करोड़ों रुपये के जेवरात और कागजात थे. इसके बाद पुलिस ने जांच शुरू की तो पता चला कि पूरे बैंक में सिर्फ एक सीसीटीवी कैमरा लगा था. डीसीपी शशांक सिंह ने बताया कि चोरों को पकड़ने के लिए पुलिस की क्राइम ब्रांच समेत 8 टीम में गठित की गई थी.
First Updated : Tuesday, 24 December 2024