मध्य प्रदेश: मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने फौजी मेले में हाथ में थामी बंदूक, लगाया सटीक निशाना, भारतीय सेना के शौर्य और जज्‍बे को सराहा

भारतीय सेना के द्वारा युद्ध के दौरान इस्तेमाल किए जाने वाले हथियार और वाहनों को फौजी मेले (भोपाल) में पास से देखने के लिए बुधवार 19 मार्च को बड़ी संख्या में लोग एमवीएम मैदान पहुंचे हैं। यहां पर फौजी मेले का आयोजन किया गया है

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Arms Exhibition in Bhopal: भारतीय सेना के द्वारा युद्ध के दौरान इस्तेमाल किए जाने वाले हथियार और वाहनों को फौजी मेले (भोपाल) में पास से देखने के लिए बुधवार 19 मार्च को बड़ी संख्या में लोग एमवीएम मैदान पहुंचे हैं। यहां पर फौजी मेले का आयोजन किया गया है। इसका उद्घाटन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज सुबह किया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में भारतीय सेना के वरिष्ठ अधिकारीगण भी मौजूद रहे।

 

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने यहां सैन्‍य साजो-सामान की प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया। प्रदर्शनी में शामिल सैन्‍यकर्मियों ने मुख्यमंत्री सैन्‍य उपकरणों के बारे में जानकारी दी। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सैन्‍यकर्मियों द्वारा इस्‍तेमाल की जाने वाली बंदूक सहित कुछ अन्‍य उपकरणों को उठाकर भी देखा। फौजी मेले में एक सेल्‍फी प्‍वाइंट भी बनाया गया हैं, जहां मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मुस्‍कराते हुए तस्‍वीरें भी खिंचवाईं।

बता दें कि फौजी मेले का आयोजन सेना के तीनों अंगों की जानकारी नागरिकों को देने एवं युवाओं को सेना से जुड़ने की प्रेरणा देने के उद्देश्य से किया गया है। इस मेले में युद्ध के वक्त भारतीय सेना के तीनों अंगों वायुसेना, थलसेना एवं नौसेना के जांबांज सैनिकों के अदम्य साहस और कर्तव्यनिष्ठा की जानकारी दी जा रही है। वहीं सेना के बेड़े में शामिल वाहनों को भी लोग देख सकते हैं।

एमवीएम मैदान पर बड़ी संख्या में वाहन एवं हथियार रखे गए हैं। मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने मेले के उद्घाटन कार्यक्रम के दौरान अपने संबोधन में सेना के इस पहल की सराहना की। मुख्यमंत्री ने कहा कि फौजी मेला मध्यप्रदेश और भोपाल का गर्व और गौरव है। मुख्यमंत्री ने पहले फीता काटकर और बाद में शांति के प्रतीक गुब्बारे छोड़कर मेले का उद्घाटन किया।

 

हमारी सेना हर चुनौती का जवाब देने के लिए सक्षम है -

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि हमारी सेना अद्भुत है और हर एक चुनौती का जवाब देने के लिए सक्षम है। हमारी सेना धर्म की विजय के लिए कार्य करती है। मैं सेना के साहस, शूरवीरता, शौर्य और समर्पण को प्रणाम करता हूं। जब पाकिस्तान ने हमारी सीमाओं में घुसने का प्रयास किया तो हमारी सेना ने उन्हें सबक सिखाया। कारगिल युद्ध के दौरान हजारों फीट की ऊंची पहाड़ियों पर चढ़कर दुश्मन का सर्वनाश किया।

हमारे वीर जवानों ने देश सेवा करते हुए हमेशा अभूतपूर्व साहस का प्रदर्शन किया। जब भी आवश्यकता पड़ी, तो मातृभूमि की सेवा के लिए सीने पर गोली खाई, दुश्मनों की गोली हमारे जवानों ने कभी पीठ पर नहीं खाई। आज मैं गर्व के साथ कहता हूं कि भारतीय सेना दुनिया की सबसे शक्तिशाली और सक्षम सेनाओं में से एक है जो सीना तानकर देश की सीमाओं पर खड़ी है।

 

चाहे रेगिस्तान की गर्मी हो या लेह-लद्दाख, सियाचिन की कड़कड़ाती सर्दी, हमारे जवान हर परिस्थिति में सीमाओं की सुरक्षा का कार्य करते हैं। मिस्र, यूनान और रोम सब मिट गए इस जहां से, बाकी मगर अभी तक नामों निशान हमारा। इसका कारण है भारत की संस्कृति, जीवन मूल्य, विचार और परंपराएं।

यह मात्र हमारे देश के लिए नहीं, बल्कि विश्व के लिए हैं। इस अवसर पर आर्मी बैंड द्वारा मधुर तराने भी पेश किए गए। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने अभिवादन कर मेले में मौजूद सैनिकों एवं बच्चों का उत्साहवर्धन किया। जिला कलेक्टर अविनाश लवानिया के साथ-साथ इस अवसर पर भारतीय सेना एवं प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी भी वहां पर मौजूद रहे।

 

बंदूक, गोले, तोप, टैंक भी देख सकेंगे इस मेले में -

आम जनता इस फौजी मेले में युद्ध के दौरान इस्तेमाल किए जाने वाले हथियारों के बारे में भी जानकारी प्राप्त कर सकेंगे। लगभग 50 किलोमीटर दूर तक मारक क्षमता वाले टैंक और इस तरह के हथियारों के बारे में अभी तक कम ही जानकारी मिलती है। अब नए एवं पुराने भोपाल के लोग भी शहर के बीच में एमबीएम मैदान पर प्रदर्शनी में जाकर हथियारों के बारे में जानकारी ले सकेंगे। बता दें कि इस मेले का समापन रविवार दो अप्रैल को होगा। First Updated : Wednesday, 29 March 2023