मध्य प्रदेश: सीएम शिवराज सिंह को कमलनाथ की सलाह, बोलें- अच्छे कलाकार हैं, मुंबई चले जाएं और एक्टिंग करें
पूर्व मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष कमलनाथ ने उमरिया में शिवराज सिंह चौहान को सलाह दी कि वह एक अच्छे कलाकार हैं, मुंबई चले जाएं और एक्टिंग करें। क्योंकि जितनी नाटक-नौटंकी वह करते हैं तो इसमें कोई उनका मुकाबला नहीं कर सकता
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष कमलनाथ ने उमरिया में शिवराज सिंह चौहान को सलाह दी कि वह एक अच्छे कलाकार हैं, मुंबई चले जाएं और एक्टिंग करें। क्योंकि जितनी नाटक-नौटंकी वह करते हैं तो इसमें कोई उनका मुकाबला नहीं कर सकता। प्रदेश में विकास यात्रा निकालकर वे अपनी वापसी की उम्मीद लगा कर बैठे हैं लेकिन शायद उन्हें पता नहीं है कि यह उनकी विकास यात्रा नहीं बल्कि निकास यात्रा है।
कमलनाथ ने कहा कि प्रदेश की जनता भोली भाली जरूर है, लेकिन वह शिवराज सिंह की सारी नौटंकियों को अच्छे और बेहतर ढंग से समझती है। उन्होंने कहा कि प्रदेश की जनता यह जानती है कि कांग्रेस ने प्रदेश के लिए क्या किया और शिवराज क्या कर रहे हैं। जब शिवराज को अपने 18 साल के कार्यकाल का हिसाब देना चाहिए तब उस समय वह विकास यात्रा निकालकर जनता को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं।
जबकि मध्य प्रदेश देश में बेरोजगारी में नंबर वन पर है। भ्रष्टाचार में नंबर एक पर है, महंगाई और माफिया राज में प्रदेश नंबर एक पर है। आदिवासी उत्पीड़न, महिलाओं पर अत्याचार के मामले में भी मध्यप्रदेश नंबर एक पर पहुंच गया है।
युवा रोजगार चाहता है -
कमलनाथ ने कहा कि प्रदेश का युवा नाटक नौटंकी और घोषणाबाजी नहीं चाहता। प्रदेश का युवा अब रोजगार चाहता है। क्योंकि रोजगार के बिना किसी भी परिवार का विकास नहीं हो सकता, लेकिन प्रदेश की सरकार युवाओं को रोजगार देने में पूरी तरह असफल साबित हुई है।
ऐसा इसलिए हुआ है क्योंकि प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान झूठ और घोषणा की मशीन हैं। शिवराज को झूठ बोले बिना खाना हजम नहीं होता। यही कारण है कि 20 हजार से ज्यादा घोषणा करके भूल चुके हैं। शिवराज सिंह चौहान तो वहां पुल बनाने की घोषणा कर देते हैं जहां पर नदी नहीं होती।
पीएम पर टिप्पणी -
बता दें कि कमलनाथ ने न सिर्फ शिवराज सिंह चौहान को अपना निशाना बनाया बल्कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर भी उन्होंने टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि वर्ष 2014 में सरकार में आने से पहले देश के दो करोड़ युवाओं को प्रतिवर्ष नौकरी देने का वादा करते थे और सरकार में आने के बाद पाकिस्तान और सर्जिकल स्ट्राइक की बातें करने लगे। देश का युवा बेरोजगारी का दंश झेल रहा है और केंद्र से प्रदेश तक की सरकार के नुमाइंदे लोगों के बीच वैमनस्यता का जहर घोल रहे हैं।