मध्य प्रदेश: सात जन्मों का रिश्ता निभाने के वचन को निभाते हुए पत्नी की मौत पर पति ने भी प्राण त्यागे
विवाह संस्कार के दौरान जहां पति पत्नी एक दूसरे का साथ निभाने के लिए अग्नि के साथ फेरे लेते हुए साथ जीने मरने की कसम खाते हैं। ठीक उसी प्रकार उस कसम को साकार कर दिखाया है अनुभाग के ग्राम चिटोली के एक दंपति ने।
ग्वालियर। विवाह संस्कार के दौरान जहां पति पत्नी एक दूसरे का साथ निभाने के लिए अग्नि के साथ फेरे लेते हुए साथ जीने मरने की कसम खाते हैं। ठीक उसी प्रकार उस कसम को साकार कर दिखाया है अनुभाग के ग्राम चिटोली के एक दंपति ने। जिसमें पहले पत्नी की अचानक मौत हो गई तो उसके 20 मिनट बाद ही पति ने भी अपने प्राण पत्नी के वियोग में त्याग दिए। यह घटना क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है। साथ ही एक साथ रहने व मरने के वादे को निभाने वाली घटना लोगों के लिए आश्चर्य का विषय बन गई।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक शुक्रवार और शनिवार की अर्धरात्रि लगभग 12:30 बजे डबरा कृषि उपज मंडी के पूर्व सदस्य रमेश चंद्र खटीक की 66 वर्षीय पत्नी चतुरो बाई खटीक की अचानक मौत हो गई, जिसकी जानकारी रमेश चंद खटीक के पुत्र राकेश और कमल द्वारा अपने पिता को दी, तो वह मृतक पत्नी के पास पहुंचे और पत्नी को मरणासन्न स्थिति में देखकर उन्होंने भी अपने प्राण त्याग दिए। हालांकि दोनों पति पत्नी पूरी तरह से स्वस्थ से और अपना सात्विक जीवन अपने बच्चों के साथ गांव में ही जी रहे थे।
उक्त घटना की जानकारी जैसे ही ग्राम के अन्य लोगों को लगी तो वह भी आश्चर्यचकित हो गए और हर कोई एक ही बात कहता हुआ नजर आ रहा था कि, शादी के संस्कारों के दौरान जो अग्नि के सात फेरे लिए जाते हैं उन सात फेरों में ली जाने वाली कसम को दंपति ने जीते जी क्या मरते दम तक निभाया है। हालांकि एक साथ पति पत्नी की मृत्यु के कारण घर परिवार में मातम छा गया है तो वही गांव में भी शोक की लहर फैली हुई है।
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