मध्य प्रदेश: 11 लाख लोगों को कोरोना का खतरा, नहीं लगी बूस्टर डोज

कोरोना की चौथी लहर के दस्तक देने के आसार बन गए हैं। लेकिन जिले में 16 लाख में से 11 लाख लोग ऐसे हैं जिन्हें तीसरा डोज यानि बूस्टर डोज नहीं लगा है। साथ ही 18 साल से कम उम्र के डेढ लाख बच्चों को भी टीका नहीं लगा है।

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Corona Vaccine booster dose: ग्वालियर। कोरोना की चौथी लहर के दस्तक देने के आसार बन गए हैं। लेकिन जिले में 16 लाख में से 11 लाख लोग ऐसे हैं जिन्हें तीसरा डोज यानि बूस्टर डोज नहीं लगा है। साथ ही 18 साल से कम उम्र के डेढ लाख बच्चों को भी टीका नहीं लगा है। साथ ही जिले में महज सात हजार वैक्सीन ही बचे हैं। कोविशील्ड वैक्सीन ही नहीं है।

ऐसे में जिन लोगों को कोविशील्ड की दो डोज लग चुकी हैं, उन्हें बूस्टर डोज अभी नहीं लग सकता है। विभाग के पास बूस्टर डोज लगाने के लिए न तो वैक्सीन है और न वैक्सीन लगाने के लिए स्टाफ है। ऐसे में कोरोना से मुकाबला आसान नहीं है। इसलिए लोग खुद सुरक्षा उपाय अपनाएं और कोरोना से बचें।

गौरतलब है कि चीन, अमेरिका आदि देशों में तेजी से बढ़ते कोरोना के खतरे को देखते हुए देश मे अलर्ट जारी किया गया है। जिसको लेकर ग्वालियर में कलेक्टर ने मेडिकल कालेज और स्वास्थ्य विभाग को कोरोना की रोकथाम व उपचार के लिए तैयारियां रखने के निर्देश बीते रोज जारी कर दिए हैं।

वैक्सीन के सात हजार डोज उपलब्ध -

ग्वालियर स्वास्थ्य विभाग के पास सात हजार से भी कम को वैक्सीन के डोज बचे हैं। जबकि 11 लाख लोगों को तीसरा टीका लगना शेष है। जबकि 18 साल से कम उम्र के डेढ़ लाख बच्चों को दूसरा टीका लगाना शेष है। संविदा कर्मियों की हड़ताल के चलते जिला अस्पताल, हजीरा सिविल अस्पताल, भितरवार, थाटीपुर, डबरा, जनकगंज, लक्ष्मीगंज, मोहना अस्पताल में टीकाकरण केंद्र बना दिए हैं।

जिला अस्पताल और जीआरएमसी में होगी जांच -

प्रशासन से मिले निर्देश के बाद अब जिला अस्पताल और गजरा राजा मेडिकल कालेज (जीआरएमसी) के माइक्रोबायोलॉजी लैब में कोविड सैंपल लेने की व्यवस्था की गई है। जेएएच में शहर व आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों से जेएएच में पहुंचने वाले सर्दी-खांसी और बुखार के मरीजों के सैंपल की जांच जीआरएमसी में की जाएगी। इधर जिला अस्पताल में जिले के अलग-अलग हिस्सों से आने वाले मरीजों के सैंपल की जांच होगी। इन सभी सैंपल की जीनोम सीक्वेंसिंग कराई जाएगी।

डॉ. मनीष शर्मा, सीएमएचओ -

कोविड से बचने के लिए नियमों का पालन करें। अभी कोवैक्सीन के सात हजार डोज उपलब्ध हैं। स्टाफ की कमी से चुनिंदा केंद्र ही बनाए गए है। सैंपलिंग चालू करा दी गई। जो भी संक्रमित मिलेगा उसकी जीनोम सीक्वेंसिंग कराई जाएगी।

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First Updated : Sunday, 25 December 2022