मध्य प्रदेश के उज्जैन जिले के बड़नगर के नजदीक रतलाम- रुनिजा मार्ग पर रहने वाले एक बुजुर्ग व्यक्ति की मोबाइल ब्लास्ट होने की वजह से मौत के मामले में कई और तथ्य सामने आए हैं। बता दें कि दो कमरों के जिस मकान में यह घटना घटी है, उसके ऊपर से 11 हजार किलोवाट की हाईटेंशन विद्युत लाइन गुजरी हुई है।
वहीं जांच अधिकारियों ने यह आशंका जताई है कि अचानक वोल्टेज बढ़ने और मोबाइल चार्जिंग पर लगा होने से भी विस्फोट हो सकता है। वहीं जांच के दौरान मोबाइल का चार्जिंग प्वाइंट भी जला हुआ पाया गया है। आपको बता दें कि सोमवार को बड़नगर में रतलाम- रुनिजा मार्ग पर दो कमरों के मकान में रहने वाले दयाराम बारोड़ (62 वर्ष) का शव क्षत- विक्षत परिस्थिति में मिला था।
वहीं उसके शव के पास मोबाइल के कुछ टुकड़े भी मिले थे, और साथ ही मोबाइल का चार्जिंग पॉइंट भी जला हुआ मिला था। शुरूआती जांच में यह पता चला है कि दयाराम बारोड़ की मौत मोबाइल की बैटरी ब्लास्ट होने से हुई थी। वहीं पुलिस ने मर्ग कायम कर मामला जांच में ले लिया। इस दौरान फॉरेंसिक टीम से भी सहायता ली गई।
बता दें कि जिस समय यह घटना हुई, उस वक्त मौके पर कोई मौजूद नहीं था। दयाराम बारोड़ अपने निजी बोरवेल से टैंकरों को पानी देने का भी काम करते थे। वहीं दोपहर करीब 2:00 बजे अभिलाष माली नामक व्यक्ति बोरवेल से पानी भरने आया हुआ था। इस बीच जब उसने आवाज लगाई तो घर से कोई बाहर नहीं आया, इस पर अभिलाष ने मकान के अंदर जाकर देखा तो कमरे में कुछ सामान बिखरा पड़ा था।
इस पर अभिलाष ने दयाराम बारोड़ के बेटे महेंद्र बारोड़ को फोन पर इसकी जानकारी दी। वहीं जानकारी मिलने पर महेंद्र और पुलिस बल मौके पर पहुंचा तो वहां पर दयाराम का शव मिला। आस पड़ोस वालों ने बताया कि सुबह एक विस्फोट की आवाज आई थी, लेकिन रोड पर टायर फटने जैसी घटनाएं आए दिन होती रहती है, इसलिए उस आवाज पर किसी ने ध्यान नहीं दिया।
बता दें कि जांच में यह भी पता चला है कि बुजुर्ग दयाराम जिस मकान में रह रहा था, उसकी विद्युत लाइन (केबल) घर के पास स्थित एक मंदिर से जुड़ी हुई है। वहीं घटना वाले दिन सुबह ही एक ट्रक की टक्कर से यह विद्युत केबल टूट गई थी। पुलिस ने इसे भी जांच में ले लिया है।
बता दें कि इस मामले में फॉरेंसिक टीम भी जांच पड़ताल कर रही है। वहीं जिला FSL अधिकारी डॉक्टर प्रीती गायकवाड़ ने बताया कि कई बार चार्जिंग के दौरान वोल्टेज कम या ज्यादा होने से भी मोबाइल की बैटरी फट जाती है। उन्होंने बताया कि अगर आपका शरीर मोबाइल के नजदीक है तो इसमें व्यक्ति की मौत भी हो जाती है। घर में लगे हुए केबल की समय- समय पर जांच करनी चाहिए।
वहीं बड़नगर थाना प्रभारी मनीष मिश्रा ने बताया कि कोई ज्वलनशील पदार्थ कमरे से नहीं मिला है। उन्होंने बताया कि चार्जिंग प्वाइंट जला हुआ मिला है और मोबाइल के कुछ टुकड़े भी बिखरे पड़े मिले। आशंका यह जताई जा रही है कि मकान के छत के ऊपर से गुजर रही 11 हजार किलोवाट की लाइन में वोल्टेज बढ़ने से मोबाइल की बैटरी फटी है। फिलहाल अभी सभी बिंदुओं पर जांच पड़ताल कर रहे हैं। वहीं पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आने का भी इंतजार है। First Updated : Tuesday, 28 February 2023