मध्य प्रदेश के सीधी जिले के चुरहट थाना क्षेत्र अंतर्गत मोहनिया टनल के पास शुक्रवार रात एक बड़ा सड़क हादसा हो गया। रात करीब 9:00 बजे तेज रफ्तार ट्रक की भीषण टक्कर से आपस में तीन बसें टकरा गईं। आपको बता दें कि ये सभी बसें सतना में आयोजित कोल जनजाति महाकुंभ से लोगों को उनके घर (गृह ग्राम) वापस ले जा रहीं थीं। मिली जानकारी के मुताबिक इस दर्दनाक सड़क दुर्घटना में 15 लोगों की मौत हो गई है और करीब 60 लोग घायल हुए हैं।
आठ लोगों की घटनास्थल पर ही हुई मौत -
घायलों को उपचार के लिए सीधी के जिला अस्पताल, चुरहट के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और रीवा के संजय गांधी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वहीं हादसे में आठ लोगों की घटनास्थल पर, एक की सीधी और चार की रीवा के संजय गांधी अस्पताल में मौत हो गई।
मृतकों के नाम -
मुख्यमंत्री शिवराज पहुंचे घटनास्थल और अस्पताल -
वहीं हादसे की सूचना मिलते ही मुख्यमंत्री शिवराज सिंह घायलों का हाल-चाल जानने के लिए सतना से संजय गांधी अस्पताल रीवा पहुंचे। बता दें कि मुख्यमंत्री शिवराज के साथ सांसद रीवा जनार्दन मिश्रा, राज्यमंत्री रामखेलावन पटेल और पूर्व मंत्री राजेंद्र शुक्ला मौजूद रहे।
मृतकों के परिजनों को दस लाख की सहायता राशि और आश्रितों को नौकरी भी -
बता दें कि घायलों से मुलाकात करने के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मीडियाकर्मियों से भी बातचीत की। मुख्यमंत्री शिवराज ने बताया कि ट्रक का पहिया टूट जाने की वजह से यह दुर्घटना हुई है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने कहा कि मृतकों के परिजनों को 1000000 लाख रूपए की आर्थिक सहायता के साथ-साथ अगर उस परिवार में कोई आश्रित सरकारी नौकरी की पात्रता रखता है तो उसे नौकरी भी दी जाएगी।
वहीं गंभीर रूप से घायल लोगों को 200000 लाख रूपए और सामान्य रूप से घायल व्यक्ति को 100000 लाख रूपए की आर्थिक सहायता राशि दी जाएगी। इसके साथ ही मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मीडिया से बातचीत करते हुए बताया कि जिन लोगों के कच्चे मकान हैं, उन्हें विभिन्न योजनाओं का लाभ देकर उनकी मदद की जाएगी।
हादसा ऐसे हुआ -
बता दें कि शाम करीब साढ़े पांच बजे कार्यक्रम समाप्त होने के बाद सभी बसें सतना से रामपुर बघेलान और रीवा के रास्ते मोहनिया टनल से होकर सीधी जा रही थीं। वहीं टनल से करीब एक किलोमीटर दूर सीधी जिले के चुरहट थाना क्षेत्र में बरखड़ा गांव के समीप तीन बसें कुछ देर के लिए रोकी गई थीं।
भोजन के पैकेट लोगों में बांटे जा रहे थे, हादसा तभी हुआ -
वहीं हादसे का शिकार अशोक कोल निवासी पड़खुरी ने बताया कि मोहनिया टनल के बाहर बरखड़ा गांव के समीप तीनों बसें खड़ी थीं और लोगों को भोजन के पैकेट बांटे जा रहे थे। एक बस में करीब 60 से 61 लोग सवार थे। इसी दौरान पीछे से सीमेंट से भरा एक ट्रक आया और क्रमशः तीनों बसों को उसने जोरदार टक्कर मार दी।
बताया जा रहा है कि टक्कर लगते ही दो बसें करीब 10 फीट गहरी खाई में गिर गईं और एक बस के तो परखच्चे उड़ गए। वहीं इस हादसे में एक कार भी चपेट में आ गई। वहीं इस भीषण हादसे के बाद घटनास्थल पर चीख-पुकार मच गई। बता दें कि हादसे के बाद का नजारा दिल को दहला देने वाला था। वहीं मृतकों में किसी के हाथ-पैर कट गए तो किसी का सिर कुचल गया।
घायलों को बस के यात्रियों ने ही बाहर निकाला -
वहीं बस के यात्रियों ने पुलिस को इस हादसे की सूचना दी और अपने स्तर पर भी घायलों को बाहर निकालना शुरू कर दिया। वहीं हादसे के बाद कलेक्टर साकेत मालवीय और एसपी मुकेश श्रीवास्तव के साथ रीवा कमिश्नर और आईजी घटनास्थल पर पहुंचे और घायलों को उपचार के लिए अस्पताल भिजवाने की व्यवस्था करवाई।
राज्यपाल और गृहमंत्री अमित शाह ने शोक जताया -
बता दें कि केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और राज्यपाल मंगूभाई पटेल ने इस सड़क हादसे पर शोक जताया है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान घटनास्थल से रीवा की संजय गांधी अस्पताल घायलों का हाल देखने पहुंचे। वहीं अमित शाह भी सतना में कोल महाकुंभ समारोह में शामिल हुए थे। First Updated : Saturday, 25 February 2023