मध्य प्रदेश: पति और बेटी के साथ अमेरिका से आई महिला कोरोना वायरस के संक्रमण की चपेट में
अपने पति और बेटी के साथ अमेरिका से 23 दिसंबर को जबलपुर आई 38 वर्षीय महिला कोरोना की चपेट में आ गई है। कोरोना संक्रमण का पता चलते ही स्वास्थ्य विभाग हरकत में आ गया। जिसके बाद महिला को उसके घर में ही आइसोलेट कर दिया गया
जबलपुर, मध्य प्रदेश। अपने पति और बेटी के साथ अमेरिका से 23 दिसंबर को जबलपुर आई 38 वर्षीय महिला कोरोना की चपेट में आ गई है। कोरोना संक्रमण का पता चलते ही स्वास्थ्य विभाग हरकत में आ गया। जिसके बाद महिला को उसके घर में ही आइसोलेट कर दिया गया। महिला के जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए थ्रोट स्वाब के सैंपल लिए गए हैं।
स्वास्थ्य विभाग ने महिला और उसके स्वजन को घर से बाहर निकलने पर रोक लगा दी है। जानकारी के अनुसार बिलहरी निवासी महिला पति और बेटी के साथ 23 दिसंबर को अमेरिका से लौटी थी। दंपती अमेरिका में इंजीनियर हैं। अमेरिका से आने के कुछ दिन बाद महिला सुर्दी-जुकाम की चपेट में आ गई। कोरोना की आशंका के चलते स्वजन ने निजी वायरोलॉजी लैब में जांच कराई।
कोरोना संक्रमण का पता सैंपल की रिपोर्ट में चला। स्वास्थ्य विभाग को लैब द्वारा यह जानकारी दी गई। जिसके बाद स्वास्थ्य अमला बिलहरी पहुंचा और महिला और उसके स्वजन को होम आइसोलेशन में रहने के निर्देश दिए गए। ज्ञात हो कि 26 दिन बाद जिले में कोरोना का मरीज सामने आया है। अब तक 68 हजार 646 कुल मरीज सामने आए है, जिसमें 817 मरीजों की मौत हो चुकी है।
टीकाकरण पर रहेगी नजर -
बता दें कि कोरोना की संभावित चौथी लहर से पूर्व स्वास्थ्य विभाग कोरोना के टीकाकरण की कोशिश में जुट गया है। करीब 22 लाख से ज्यादा जिले में पात्र हितग्राहियों को कोरोना वैक्सीन के दो डोज लगाए जा चुके हैं। वहीं सतर्कता डोज पांच लाख लोगों को भी नहीं लगाया जा सका है। सतर्कता डोज लगवाने वालों में फ्रंट लाइन और हेल्थ वर्कर सर्वाधिक हैं।
क्षेत्रीय संचालक स्वास्थ्य सेवाएं डॉ. संजय मिश्रा ने बताया कि नागरिकों से कोरोना के टीके की सतर्कता डोज लगवाने के लिए अपील लगातार की जा रही है। वहीं कोरोना के खतरे को देखते हुए सतर्कता डोज के लिए जागरुक लोग स्वयं भी आगे आ रहे हैं। टीकाकरण कोरोना महामारी की रोकथाम के लिए आवश्यक है।
संजय मिश्रा ने कहा कि सरकारी अस्पतालों में कर्मचारियों को मास्क लगाकर ड्यूटी करने के निर्देश दिए गए हैं। नागरिकों को भीड़-भाड़ में न रहने तथा मास्क पहनने की सलाह दी जा रही है। उन्होंने कहा कि अभी वर्तमान में को-वैक्सीन के तीन हजार से ज्यादा डोज उपलब्ध हैं। कोविशील्ड और कोर्बोवेक्स टीके की मांग सरकार से की गई है।
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