मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में स्वच्छता को लेकर नगर निगम के साथ मिलकर काम कर रहे पवन देशपांडे ने कबाड़ से देश (विश्व) की सबसे बड़ी 'रुद्र वीणा' बनाई है। इसमें पांच टन स्क्रैप का उपयोग किया गया है। बुधवार शाम को टीटी नगर में अटल पथ पर प्लेटिनम प्लाजा के समीप चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग और महापौर मालती राय द्वारा इस 'रुद्र वीणा' का लोकार्पण किया गया।
बता दें कि इससे पहले पवन देशपांडे, बड़े तालाब के पास 1250 किलो वजनी गिटार, प्रभात चौराहे पर 30 हजार प्लास्टिक की बोतलों से कोरोना वैक्सीन और सिरेंज, रोशनपुरा चौराहे पर कबाड़ के जुगाड़ से तीन टन वजनी रेडियो और भोपाल नगर निगम का लोगो भी बना चुके हैं। अटल पथ पर लगाई गई रुद्र वीणा पवन देशपांडे का पांचवीं कबाड़ के जुगाड़ से बनाई गई कलाकृति है।
इस कलाकृति को दस लोगों की टीम ने छह महीने में बनाया है। साथ ही यह भी दावा किया जा रहा है कि कबाड़ से बनी यह 'रुद्र वीणा' अपनी तरह की यह विश्व की सबसे बड़ी 'रुद्र वीणा' है। यह 'रुद्र वीणा' 12 फीट ऊंची, 28 फीट लंबी और 10 फीट चौड़ी है। इसे क्रेन की सहायता से अटल पथ पर स्थापित किया गया है।
आपको बता दें कि इस रुद्र वीणा को बनाने के लिए बेरिंग, चैन, चेन स्पाकेट, वायर, क्लच प्लेट, क्रैंक साफ्ट, ड्रम व्हील और चार पहिया वाहनों की कमानी समेत अन्य स्क्रैप का उपयोग किया गया है। इस 'रूद्र वीणा' को बनाने में करीब 15 लाख रुपए का खर्च आया है।
'रूद्र वीणा' के लोकार्पण के दौरान चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग और महापौर मालती राय, पूर्व मंत्री उमाशंकर गुप्ता, नगर निगम अध्यक्ष किशन सूर्यवंशी समेत अन्य एमआइसी सदस्य, पार्षद और स्थानीय रहवासी मौजूद रहे।
बता दें कि इस 'रूद्र वीणा' में रंग भरने के लिए 50 लीटर वार्निश और 20 लीटर पेंट का उपयोग किया गया है। जिससे 'रूद्र वीणा' को आकर्षक बनाया जा सके। यहां पर सेल्फी पाइंट भी बनाया गया है। साथ ही 'रूद्र वीणा' में आकर्षक लाइटिंग की गई है। यहां पर बैठकर लोगों को संगीत सुनने की सुविधा भी रहेगी। First Updated : Thursday, 23 March 2023