महा विकास अघाड़ी ने घोषित किया 'जूते मारो आंदोलन', 1 सितंबर को मुंबई में होगा विरोध मार्च
महा विकास अघाड़ी (एमवीए) के नेताओं ने सिंधुदुर्ग के राजकोट किले में छत्रपति शिवाजी महाराज की मूर्ति गिरने के विरोध में 1 सितंबर को मुंबई में एक मार्च आयोजित करने की घोषणा की है. इस मार्च में शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे, एनसीपी प्रमुख शरद पवार, और महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले समेत अन्य नेता शामिल होंगे. मार्च गेटवे ऑफ इंडिया से शुरू होगा और हुतात्मा चौक तक जाएगा. इस विरोध प्रदर्शन को 'जूता मारो आंदोलन' का नाम दिया गया है.
Maharashtra News: महा विकास अघाड़ी (एमवीए) के नेताओं ने सिंधुदुर्ग के राजकोट किले में छत्रपति शिवाजी महाराज की मूर्ति गिरने के विरोध में 1 सितंबर को एक विरोध मार्च की योजना बनाई है. शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) प्रमुख शरद पवार, और महाराष्ट्र कांग्रेस के अध्यक्ष नाना पटोले समेत अन्य नेता इस मार्च में शामिल होंगे. यह मार्च मुंबई के गेटवे ऑफ इंडिया से शुरू होगा और हुतात्मा चौक तक जाएगा.
किसने नाम दिया 'जूता मारो आंदोलन'
इस विरोध प्रदर्शन को एमवीए ने 'जूता मारो आंदोलन' का नाम दिया है. इसमें प्रमुख विपक्षी नेताओं के अलावा शिव सैनिकों से भी शामिल होने की अपील की गई है. उद्धव ठाकरे ने इस आंदोलन की अगुवाई की है और आरोप लगाया है कि मूर्ति के निर्माण में भ्रष्टाचार हुआ है और इसके लिए महाराष्ट्र सरकार और नौसेना जिम्मेदार हैं.
शरद पवार, उद्धव ठाकरे और नाना पटोले ने मातोश्री में बैठक कर लिया फैसला
पिछले दिसंबर में नौसेना दिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा अनावरण की गई छत्रपति शिवाजी महाराज की 35 फुट ऊंची मूर्ति गिर गई थी. उद्धव ठाकरे और अन्य विपक्षी नेताओं ने इस घटना की जांच की मांग की है और शिंदे सरकार पर भ्रष्टाचार और गड़बड़ी का आरोप लगाया है.
भाजपा नेता आशीष शेलार ने उद्धव ठाकरे पर तीखा हमला किया है और उन्हें 'गिद्ध' करार दिया है, जबकि उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इस घटना की जांच की बात कही है. इसके जवाब में उपमुख्यमंत्री अजित पवार और मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने माफी मांगी है और आश्वासन दिया है कि जल्द ही एक नई और भव्य प्रतिमा का निर्माण किया जाएगा. उन्होंने विपक्ष से आग्रह किया है कि इस मुद्दे को राजनीति का रंग न दें, क्योंकि छत्रपति शिवाजी महाराज सभी के आदर्श हैं.