Mahant Yeti Narsimhanand Giri: गाजियाबाद के डासना स्थित देवी मंदिर के महंत यति नरसिंहानंद गिरि के खिलाफ बीते दिन गुरुवार को धार्मिक भावनाओं को आहत करने के लिए मामला दर्ज किया गया था. उनपर आरोप है कि उन्होंने हिंदी भवन में आयोजित एक कार्यक्रम में इस्लाम के प्रवर्तक पैगंबर मोहम्मद साहब पर आपत्तिजनक टिप्पणी की है. उनके इस बयान का एक वीडियो भी सामने आया था. इस बीच जब यह वीडियो तेजी से वायरल हुआ तो एक समुदाय विशेष का गुस्सा फूट पड़ा. जिसके चलते उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जिले में बड़ा बवाल मच गया है.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, गद्दिवाड़ा इलाके में शुक्रवार देर शाम ईशा की नमाज के बाद अचानक लोग आक्रोशित हो गए और नारेबाजी करने लगे. इस सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और लोगों को समझाने की कोशिश की. लेकिन अचानक, भीड़ ने पुलिस पर पथराव कर दिया. पथराव की जानकारी मिलने पर PAC की एक बटालियन भेजी गई, लेकिन नमाजियों ने PAC पर भी पत्थर फेंके. इस घटना में सिकंदराबाद कोतवाली के प्रभारी इंस्पेक्टर रवि रतन घायल हो गए और उन्हें तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया.
हिंदी भवन में आयोजित एक कार्यक्रम नरसिंहानंद ने दशहरे पर पुतले जलाने के संदर्भ में कहा था, 'हम कभी धर्म से बंधे नहीं रहे. जिन्होंने देशों और राष्ट्रों की बात की, उनके पास न तो एक देश है और न ही एक राष्ट्र. जो अपने धर्म पर अडिग रहे, उनके पास देखें कितने राष्ट्र हैं. आज मैं केवल एक व्यक्ति के प्रति संवेदना व्यक्त कर रहा हूं. हर साल हम मेघनाद को जलाते हैं. मेघनाथ जैसा चरित्रवान व्यक्ति इस धरती पर दूसरा नहीं हुआ. हम कुंभकर्ण को भी जलाते हैं.
कुंभकर्ण जैसा वैज्ञानिक योद्धा नहीं हुआ. कुंभकर्ण की क्या गलती थी? रावण ने एक छोटा सा अपराध किया और लाखों सालों से हम उसे जलाते आ रहे हैं, लेकिन अब ऐसे-ऐसे अपराधी पैदा हो गए हैं, जिनके सामने रावण का कोई अस्तित्व नहीं है.' इसके बाद उन्होंने कुछ ऐसी बातें कही, जिससे उनके खिलाफ मामला दर्ज हुआ.
नरसिंहानंद के विवादित भाषण का वीडियो वायरल होने के बाद उनके खिलाफ सिहानी गेट थाने में मामला दर्ज किया गया है. हिंदी भवन में हुआ ये कार्यक्रम 29 सितंबर को आयोजित किया गया था, लेकिन गुरुवार को वीडियो के फैलने के बाद पुलिस ने कार्रवाई की. ये मामला वहां तैनात सब-इंस्पेक्टर द्वारा दर्ज कराया गया है. एफआईआर में यति नरसिंहानंद पर दूसरे समुदाय के लोगों की धार्मिक भावनाओं को आहत करने का आरोप लगाया गया है. First Updated : Friday, 04 October 2024