महाराष्ट्र आप के हरिभाऊ राठौड़ ने थामा बीआरएस पार्टी का दामन
हाल ही में, महाराष्ट्र के वरिष्ठ राजनीतिक नेता, पूर्व सांसद और आम आदमी पार्टी महाराष्ट्र के उपाध्यक्ष हरिभाऊ राठौड़ ने आप से इस्तीफा देकर बीआरएस में शामिल हो गए हैं।
तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव के राज्य के लिए चलाई जा रही है योजनाओं की तारीफ दूसरे राज्यों में भी हो रही है। केसीआर सरकार की कृषि क्षेत्र में उठाए गए कदमों की सराहना सभी कर रहे हैं। बीआरएस पार्टी महाराष्ट्र में तेजी से अपना विस्तार कर रही है। महाराष्ट्र के कई नेत उनके साथ काम करने के लिए बीआरएस पार्टी में शामिल हो रहे हैं।
अब आपको बता दें कि हाल ही में, महाराष्ट्र के वरिष्ठ राजनीतिक नेता, पूर्व सांसद और आम आदमी पार्टी महाराष्ट्र के उपाध्यक्ष हरिभाऊ राठौड़ ने आप से इस्तीफा देकर बीआरएस में शामिल हो गए हैं।
हरिभाऊ को ओढ़ाया गया बीआरएस का दुपट्टा
शनिवार 4 मार्च को सीएम केसीआर मौजूदगी में हरिभाऊ राठौड़ को बीआरएस का दुपट्टा ओढ़ाया गया। उस मौके पर उनके साथ, चंद्रपुर जिला परिषद के पूर्व उपाध्यक्ष संदीप करापे, गोंड पिपरी नगर सेवक, भाजपा तालुका अध्यक्ष बबन निकोडे, शिवसेना तालुका समन्वयक फिरोज खान, भाजपा नेता शैलेश सिंह बैसे और अन्य लोग बीआरएस में शामिल हुए।
सीएम केसीआर दूरदर्शी नेता हैं- हरिभाऊ राठौड़
इस मौके पर हरिभाऊ राठौर ने सीएम केसीआर की तारीफ की। उन्होंने कहा कि “वह सीएम केसीआर को दूरदर्शी नेता के रूप में देखते हैं, जो देश के सामने कई समस्याओं का समाधान कर सकते हैं”। उन्होंने कहा कि “उन्होंने अपने लंबे राजनीतिक करियर में केसीआर जैसा नेता नहीं देखा”।
हरिभाऊ ने कहा कि “हाल ही में नांदेड़ में हुई बैठक में केसीआर द्वारा दिए गए कई प्रस्तावों पर पूरे महाराष्ट्र में व्यापक चर्चा चल रही है”। उन्होंने कहा कि “तेलंगाना कृषि और कृषि से जुड़े क्षेत्रों द्वारा हासिल की गई प्रगति देश के लिए दिशासूचक बन गई है”।
हरिभाऊ ने पहले निभाई है ये अहम भूमिकाएं
हरिभाऊ राठौड़ ने 2004 से 2008 तक यवतमाल के सांसद के रूप में महाराष्ट्र का प्रतिनिधित्व किया। महाराष्ट्र में भाजपा को मजबूत करने के लिए कड़ी मेहनत की। उन्होंने 2013 से 2021 तक कांग्रेस पार्टी में काम किया और फिर आप में शामिल हो गए।
विमुक्त और घुमंतू जनजातियों के लिए राष्ट्रीय आयोग के सदस्य के रूप में सेवा की। उन्होंने अखिल भारतीय बंजारा क्रांति दल की स्थापना की और महाराष्ट्र में बड़े पैमाने पर सेवा की।