दिवाली के बाद महाराष्ट्र में होगा विधानसभा चुनाव! मुख्य चुनाव आयुक्त ने बताया संभावित समय
Maharashtra Assembly Elections 2024: महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव को लेकर सभी पार्टियों ने अपनी तैयारियां शुरू कर दी है. इस बीच चुनाव आयोग ने महाराष्ट्र चुनाव तैयारियों की समीक्षा की और चुनाव को लेकर बड़ा अपडेट दिया है. मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा है कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 288 निर्वाचन क्षेत्रों में होंगे. इसके साथ ही उन्होंने दिवाली जैसे त्योहारों को ध्यान में रखते हुए महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों की घोषणा करने की बात कही है.
Maharashtra Assembly Elections 2024: महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव को लेकर अभी से सियासी पारा गरमाया हुआ है. इस बीच चुनाव आयोग ने महाराष्ट्र चुनाव की तैयारियों को लेकर बड़ा अपडेट दिया है. मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि राजनीतिक दलों ने चुनाव आयोग से कहा है कि वह दिवाली जैसे त्योहारों को ध्यान में रखते हुए महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों की घोषणा करें.
मुंबई में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा, 'हम यहां महाराष्ट्र में होने वाले आगामी विधानसभा चुनावों की तैयारियों के लिए आए हैं. उन्होंने कहा, 'हमने राजनीतिक दलों और अधिकारियों समेत सभी हितधारकों के साथ बैठक किए हैं. उन्होंने हमें चुनाव की तारीखों की घोषणा करने से पहले दिवाली, देव दिवाली और छठ पूजा जैसे त्योहारों पर विचार करने को कहा है.
288 निर्वाचन क्षेत्र में होंगे चुनाव- EC
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा, 'महाराष्ट्र में 288 निर्वाचन क्षेत्र हैं, जिनमें से एसटी निर्वाचन क्षेत्र 25 और एसटी निर्वाचन क्षेत्र 29 हैं. महाराष्ट्र विधानसभा का कार्यकाल 26 नवंबर को समाप्त हो रहा है, इसलिए उससे पहले चुनाव पूरे होने चाहिए. राज्य में कुल मतदाता 9.59 करोड़ हैं, जिसमें पुरुष मतदाता 4.59 करोड़ और महिला मतदाता 4.64 करोड़ हैं. 18-19 वर्ष की आयु के पहली बार मतदाता बनने वाले मतदाताओं की संख्या काफी उत्साहजनक है, जो लगभग 19.48 लाख है.
चुनाव आयोग ने राज्य के अधिकारियों की खिंचाई की
शुक्रवार को मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने महाराष्ट्र प्रशासन द्वारा तीन साल से ज्यादा समय से अपने गृह जिले या वर्तमान पद पर कार्यरत अधिकारियों को स्थानांतरित करने के निर्देश का कथित रूप से पालन न करने पर अपनी नाराजगी व्यक्त की. कुमार ने मुख्य सचिव से पूछा कि चुनाव आयोग के स्पष्ट निर्देश के बावजूद राज्य राजस्व अधिकारियों को राज्य में प्रमुख पदों पर स्थानांतरित करने में अनिच्छुक क्यों है? चुनाव आयोग ने नाराजगी व्यक्त की और इस मामले पर स्पष्टीकरण मांगा है.