'PM मोदी का दिमाग..', EC पर बड़ा दावा; फिर आए संजय राउत के विवादित बोल
Maharashtra Assembly Election: महाराष्ट्र शिवसेना के नेता संजय राउत के बयानों पर विवाद कोई नई बात नहीं हैं. इन दिनों जब विधानसभा चुनाव और करीब आ रहे हैं राउत के बयानों में लगातार धार और विवाद सामने आ रहे हैं. अब उन्होंने PM मोदी को लेकर एक विवादित बयान दिया है. इतना ही नहीं राउत ने चुनाव आयोग को लेकर भी बड़ी बात कही है. आइये जानें आखिर उन्होंने कहा क्या जो इसपर बवाल मच गया है.
Maharashtra Assembly Election: देश के दो राज्यों में अभी विधानसभा चुनाव चल रहे हैं. इसके बाद अब 2 और राज्य महाराष्ट्र और झारखंड विधानसभा के चुनाव होने हैं. ऐसे में नेताओं के तीखे बयान भी आ रहे हैं. हमेशा विवादों में रहने वाले शिवसेना (उद्धव गुट) के नेता संजय राउत कहा पीछे रह सकते हैं. अब संजय राउत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर विवादित बयान दे दिया है. इसे लेकर सियासी बवाल मचा हुआ है. इतना ही नहीं उन्हें चुनाव आयोग को लेकर बड़ा दावा किया है.
शिवसेना (ठाकरे गुट) के नेता संजय राउत एक बार फिर सुर्खियों में हैं. इस बार उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर विवादित बयान दिया है. इसके साथ ही राउत ने चुनाव आयोग पर भी गंभीर आरोप लगाए हैं. उनके दोनों बातों की चर्चा अब सियासी गलियों में हो रही है.
राउत के विवादित बयान
संजय राउत ने प्रधानमंत्री के मानसिक संतुलन पर सवाल उठाते हुए कहा कि मोदी को यह नहीं पता होता कि वह क्या बोल रहे हैं. उनका मानसिक संतुलन ठीक नहीं है, उनका दिमाग सही दिशा में काम नहीं कर रहा. अगर कोई योजना झारखंड में गलत है तो महाराष्ट्र में सही कैसे हो सकती है.
राउत ने चुनाव आयोग पर भी गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि चुनाव आयोग अब स्वतंत्र नहीं रहा. वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के निर्देशों पर काम करता है. महानगरपालिका के चुनाव नहीं हो रहे हैं क्योंकि बीजेपी को अपनी हार का डर है.
एकनाथ शिंदे पर निशाना
राउत ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को भी निशाने पर लिया. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री केवल चुनाव की तारीखें बता रहे हैं लेकिन असल में चुनाव कब होंगे, इसका फैसला दिल्ली में बैठे उनके मालिक करेंगे. जब तक दिल्ली की मंजूरी नहीं मिलेगी, चुनाव नहीं होंगे. शिंदे अगर कह रहे हैं कि चुनाव नवंबर में होंगे तो हम कहते हैं कि जब भी चुनाव हों, हमारी जीत तय है. जैसा हाल लोकसभा चुनाव में हुआ था, वैसा ही विधानसभा चुनाव में भी होगा.