महाराष्ट्र में विपक्ष में दरार? कांग्रेस-उद्धव सेना में सीट बंटवारे को लेकर नोकझोंक

Election 2024: महाराष्ट्र में विपक्षी गठबंधन महा विकास अघाड़ी (एमवीए) के अंदर सीट बंटवारे को लेकर तनाव बढ़ता जा रहा है. कांग्रेस और उद्धव ठाकरे की शिवसेना (यूबीटी) के बीच इस मुद्दे पर मतभेद साफ तौर पर नजर आ रहे हैं, जिससे नेताओं के बीच बयानबाजी शुरू हो गई है.

Deeksha Parmar
Edited By: Deeksha Parmar

Maharashtra Election 2024:  महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव को लेकर सीट बंटवारे पर चर्चा जारी है. विपक्षी गठबंधन महा विकास अघाड़ी (एमवीए) के भीतर तनाव पनप रहा क्योंकि सीट को लेकर विपक्षी दलों में दरार देखने को मिल रहा है.आगामी चुनावों से पहले कांग्रेस और उद्धव ठाकरे की शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख निर्वाचन क्षेत्रों को लेकर खींचतान में उलझी हुई हैं, जिसके कारण दोनों दलों के नेताओं के बीच बयानबाजी शुरू हो गई है. इस विवाद का जड़ पूर्वी विदर्भ और मुंबई की सीटें हैं.

कांग्रेस ने शिवसेना (यूबीटी) को पूर्वी विदर्भ में कोई भी सीट देने से इनकार कर दिया है, क्योंकि पार्टी के विभाजन के बाद इस क्षेत्र में शिवसेना की मौजूदगी कम हो गई है. इस बीच, शिवसेना (यूबीटी) उन निर्वाचन क्षेत्रों की मांग कर रही है, जिन्हें कांग्रेस ऐतिहासिक रूप से जीतने में विफल रही है. ऐसे में दोनों दलों के बीच मुंबई की दो महत्वपूर्ण सीटों के लिए नोकझोंक देखने को मिल रही है.

महाराष्ट्र चुनाव को लेकर विपक्ष में दरार

महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस समिति (एमपीसीसी) के अध्यक्ष नाना पटोले ने स्वीकार किया कि 28 सीटों पर विवाद बना हुआ है और आश्वासन दिया कि इस मामले को कांग्रेस आलाकमान द्वारा सुलझा लिया जाएगा. शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत ने शुक्रवार को कांग्रेस की धीमी निर्णय प्रक्रिया की आलोचना करके आग में घी डालने का काम किया. राउत के अनुसार, 200 से ज़्यादा सीटों पर फैसले अंतिम रूप ले चुके हैं, लेकिन कुछ प्रमुख निर्वाचन क्षेत्रों पर अभी भी विवाद चल रहा है, महाराष्ट्र में कांग्रेस नेतृत्व हर फैसले को मंजूरी के लिए दिल्ली भेज रहा है.

सीट बंटवारे पर अटक रही बात

राउत ने कहा, 'हमारे पास ज्यादा समय नहीं बचा है और मुझे लगता है कि यहां कांग्रेस के नेता निर्णय लेने में असमर्थ हैं. वे मंजूरी के लिए दिल्ली में लिस्ट भेजते रहते हैं, लेकिन वह समय बीत चुका है. हमें जल्दी से निर्णय लेने की जरूरत है.' उन्होंने बताया कि उन्होंने राहुल गांधी सहित वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं से बात की है और उनसे इस प्रक्रिया में तेजी लाने का आग्रह किया है. राउत ने इस बात पर भी जोर दिया कि सीट बंटवारे को लेकर मतभेदों के बावजूद, पार्टियों को भाजपा को हराने के लिए एकजुट रहना चाहिए. उन्होंने विपक्षी नेताओं को निशाना बनाने के लिए भाजपा द्वारा प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) जैसी एजेंसियों के इस्तेमाल का जिक्र करते हुए उन्हें सत्तारूढ़ पार्टी का “हथियार” बताया.

नाना पटोले का राउत पर पलटवार

राउत की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने गठबंधन में किसी बड़ी दरार की बात को खारिज कर दिया. उन्होंने स्वीकार किया कि कुछ सीटों को लेकर मतभेद थे, लेकिन इस बात पर जोर दिया कि अंतिम निर्णय कांग्रेस नेतृत्व, अर्थात् राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे द्वारा लिया जाएगा. पटोले ने कहा, 'संजय राउत के नेता उद्धव ठाकरे हैं और हमारे नेता राहुल गांधी हैं. सीट बंटवारे में जो कुछ भी होता है, उसके बारे में हम अपने नेतृत्व को सूचित करते हैं. मैं संजय राउत के बयानों पर ज्यादा टिप्पणी नहीं करूंगा.'

महाराष्ट्र में जल्द होने वाला है चुनाव

मतदान की तारीख में लगभग एक महीने का समय रह गया है और सभी 288 निर्वाचन क्षेत्रों में सीट बंटवारे पर बातचीत अभी भी अंतिम रूप नहीं ले पाई है, ऐसे में एमवीए के आंतरिक संघर्षों से उसकी चुनावी संभावनाओं को कमजोर करने का खतरा है, क्योंकि वह महाराष्ट्र में भाजपा के खिलाफ कड़ी लड़ाई के लिए तैयार है.

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19 October 2024, 07:05 AM IST

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