महाराष्ट्र चुनाव: देवेंद्र फडणवीस का धर्मयुद्ध, 'वोट जिहाद' के खिलाफ बड़ा हमला – क्या बदलेगी सियासत?
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने शनिवार को संभाजीनगर में महायुति के उम्मीदवारों के समर्थन में रैली करते हुए ओवैसी और MVA पर जमकर हमला बोला. उन्होंने राज्य चुनाव को 'वोट जिहाद' के मुकाबले 'वोटों का धर्मयुद्ध' करार दिया और भाजपा की जीत के लिए एकजुटता का आह्वान किया. साथ ही, फडणवीस ने अपनी सरकार द्वारा किए गए विकास कार्यों का बखान करते हुए संभाजीनगर को नया 'विकास केंद्र' बनाने का दावा किया. क्या फडणवीस का यह हमला महाराष्ट्र की सियासत को बदल पाएगा? जानने के लिए पूरी खबर पढ़ें!
Maharastra Election: महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में इस बार सियासी तापमान काफी बढ़ा हुआ है. शनिवार को महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने संभाजीनगर में महायुति के उम्मीदवारों के समर्थन में आयोजित रैली में न सिर्फ राज्य की सियासत पर, बल्कि विपक्षी नेताओं पर भी जमकर हमला बोला. फडणवीस ने राज्य चुनाव को 'वोट जिहाद' के मुकाबले 'वोटों के धर्मयुद्ध' के रूप में पेश किया और यह स्पष्ट किया कि महाराष्ट्र में भाजपा और महायुति का गठबंधन मजबूत है.
वोट जिहाद का मुकाबला धर्मयुद्ध से
देवेंद्र फडणवीस ने अपनी रैली में आरोप लगाया कि महाराष्ट्र में इस वक्त 'वोट जिहाद' चल रहा है. उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि लोकसभा चुनाव में धुले और मालेगांव जैसे क्षेत्रों में महाजीत के बावजूद भाजपा और महायुति को हार का सामना करना पड़ा था. उनका कहना था कि यह हार 'वोट जिहाद' के कारण हुई, क्योंकि हिन्दू वोट एकजुट नहीं हो पाए. फडणवीस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के संदेश का हवाला देते हुए कहा कि 'अगर हम एक रहेंगे तो सुरक्षित रहेंगे और अगर बंटेंगे तो कटेंगे'.
जहां एक तरफ हम विकास के लिए काम कर रहे हैं, वहीं महाविकास आघाड़ी वोट जिहाद में लगी हुई है। इस बार एकजुट होकर जवाब देने का समय है।
— Navlesh Pratap Singh (@navlesh_pratap) November 8, 2024
- देवेंद्र फडणवीस जी pic.twitter.com/RC37u7MZED
ओवैसी और एमवीए पर हमला
फडणवीस ने अपने भाषण में एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी और महा विकास आघाडी (MVA) के नेताओं पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा कि ओवैसी की पार्टी के नेता हमेशा हिन्दू संस्कृति और इतिहास को नीचा दिखाने का काम कर रहे हैं. साथ ही, उद्धव ठाकरे पर भी कटाक्ष करते हुए उन्होंने कहा कि कुछ लोग अब खुद को हिंदू सम्राट कहने में भी शर्म महसूस करते हैं, जबकि बालासाहेब ठाकरे ने ही इस शहर का नाम 'संभाजीनगर' रखा था.
विकास की दिशा में सरकार के कदम
फडणवीस ने अपनी सरकार के विकास कार्यों की भी जमकर सराहना की. उन्होंने बताया कि महाराष्ट्र सरकार ने लाखों घरों में पानी पहुंचाने की योजना बनाई है और सूखा प्रभावित मराठवाड़ा क्षेत्र के लिए गोदावरी नदी में पानी लाने का प्रस्ताव है. इसके अलावा, उन्होंने यह भी बताया कि संभाजीनगर में एक लाख करोड़ से ज्यादा का निवेश होने जा रहा है, जिससे लाखों रोजगार के अवसर पैदा होंगे. फडणवीस ने कहा कि उनकी सरकार ने 11 लाख 'लखपति दीदी' बनाई हैं और अब उनका लक्ष्य 1 करोड़ 'लखपति दीदी' बनाने का है. लड़कियों की शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए सरकार मुफ्त शिक्षा योजना भी चला रही है.
संभाजीनगर में विकसित होगा नया अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम
फडणवीस ने यह भी जानकारी दी कि संभाजीनगर में एक अंतरराष्ट्रीय खेल विश्वविद्यालय और स्टेडियम बनने जा रहे हैं. इस क्षेत्र में रोजगार और विकास के लिए कई बड़े कदम उठाए गए हैं, जैसे कि सिडको के प्लॉट्स का वितरण, अंतरराष्ट्रीय स्तर का हवाईअड्डा बनाना और स्थानीय युवाओं के लिए रोजगार के अवसर प्रदान करना.
महाराष्ट्र में सियासी दंगल
देवेंद्र फडणवीस का यह बयान महाराष्ट्र चुनाव में भाजपा और महायुति के समर्पण को दिखाने के साथ-साथ ओवैसी और MVA के खिलाफ एक ताकतवर चुनौती भी पेश करता है. चुनावी समर में यह साफ है कि भाजपा अपने विकास कार्यों और हिन्दू एकता के एजेंडे के साथ मैदान में है. अब देखना यह है कि क्या इस बार वोट जिहाद के खिलाफ फडणवीस का धर्मयुद्ध सफल होता है, या फिर विपक्षी गठबंधन महाराष्ट्र की सियासत में अपनी पकड़ मजबूत कर पाता है.