Maharashtra Politics: महाराष्ट्र का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा, यह सवाल अभी भी अनसुलझा है. विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के बावजूद सस्पेंस बना हुआ है. पिछले चुनाव में बीजेपी ने सबसे ज्यादा सीटें जीती थीं, लेकिन वह छोटे भाई की भूमिका में रही थी. इस बार बीजेपी ने फिर से सबसे ज्यादा सीटें जीती हैं, और ऐसे में पार्टी अपना सीएम उम्मीदवार बना सकती है. शिंदे गुट के समर्थक भी इस बात से सहमत है कि बीजेपी इस बार सत्ता में बड़े भाई के रूप में सामने आ सकती है. हालांकि, अंतिम फैसला अभी बाकी है.
शिंदे गुट के नेताओं में भी इस मुद्दे पर अलग-अलग राय है. एक बड़ा वर्ग मानता है कि बीजेपी के साथ मिलकर सरकार चलाना ही बेहतर विकल्प है. वहीं, शिंदे के कुछ समर्थक चाहते हैं कि वह मुख्यमंत्री पद पर बने रहें.
बीजेपी सूत्रों का कहना है कि पार्टी आलाकमान ने शिंदे को स्पष्ट संदेश दे दिया है कि मुख्यमंत्री पद इस बार बीजेपी के पास रहेगा. एनसीपी (अजित पवार गुट) से समर्थन मिलने के बाद बीजेपी का रुख और मजबूत हुआ है. पार्टी का मानना है कि पिछली बार बड़ी पार्टी होते हुए भी उसने छोटे भाई की भूमिका निभाई थी, लेकिन इस बार वह यह मौका नहीं गंवाना चाहती.
एनडीए सहयोगी आरपीआई (ए) के नेता रामदास आठवले ने देवेंद्र फडणवीस को मुख्यमंत्री बनाने का समर्थन किया है. आठवले ने कहा कि बीजेपी ने सबसे ज्यादा सीटें जीती हैं, इसलिए मुख्यमंत्री पद उसका अधिकार है. उन्होंने सुझाव दिया कि शिंदे को केंद्रीय मंत्री बनना चाहिए.
फिलहाल शिंदे के पास दो विकल्प हैं. वह डिप्टी सीएम का प्रस्ताव स्वीकार करें या केंद्रीय मंत्री पद लें. लेकिन अगर वह इन प्रस्तावों को ठुकराते हैं, तो राज्य की राजनीति में नया मोड़ आ सकता है.
राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पर जल्द ही फैसला लिया जाएगा. बीजेपी और शिंदे गुट के बीच यह तालमेल राज्य की राजनीतिक स्थिरता के लिए अहम है. अब देखना है कि देवेंद्र फडणवीस महाराष्ट्र की कमान संभालते हैं या एकनाथ शिंदे इस पद पर बने रहते हैं. First Updated : Wednesday, 27 November 2024