मैं हूं जनता का CM.. मुख्यमंत्री पद पर अड़े एकनाथ शिंदे, बोले- मेरे नेतृत्व में मिली ऐतिहासिक जीत
Maharashtra Politics: महाराष्ट्र की राजनीति में इन दिनों मुख्यमंत्री के पद को लेकर खूब हलचल देखने को मिल रही है. अभी तक सीएम पद का फैसला नहीं हो पाया है. इस बीच एकनाथ शिंदे का एक बयान चर्चा का विषय बना हुआ है. शिंदे का कहना है कि जनता चाहती हैं कि वहीं सीएम बने.
Maharashtra Politics: महाराष्ट्र की राजनीति में इन दिनों मुख्यमंत्री के पद को लेकर खूब हलचल देखने को मिल रही है. अभी तक सीएम पद का फैसला नहीं हो पाया है. इस बीच एकनाथ शिंदे का एक बयान चर्चा का विषय बना हुआ है. शिंदे का कहना है कि जनता चाहती हैं कि वहीं सीएम बने.
महाराष्ट्र में नई सरकार के गठन को लेकर स्थिति अब तक स्पष्ट नहीं हो पाई है. भारी बहुमत के साथ महायुति की जीत के बावजूद मुख्यमंत्री पद पर सस्पेंस बना हुआ है. मौजूदा मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने साफ शब्दों में कहा है कि वह जनता के चुने हुए सीएम हैं और राज्य की जनता उन्हें मुख्यमंत्री के रूप में देखना चाहती है.
महाराष्ट्र की जनता मुझे सीएम के रूप में देखना चाहती है.
एकनाथ शिंदे ने अपने हालिया बयान में कहा, "मैं सिर्फ मुख्यमंत्री नहीं, बल्कि एक आम आदमी हूं. मैंने लोगों की समस्याओं को समझा और उनका समाधान करने की कोशिश की. जनता मानती है कि मुझे मुख्यमंत्री बने रहना चाहिए." शिंदे के इस बयान ने राजनीतिक हलचल बढ़ा दी है, खासकर तब जब भाजपा 5 दिसंबर को नई सरकार के शपथ ग्रहण की तैयारी में जुटी है.
शिंदे का आरोप और बड़ा दावा
एकनाथ शिंदे ने कहा कि अगर गठबंधन में अजित पवार की एनसीपी को शामिल नहीं किया गया होता, तो शिवसेना 90-100 सीटों पर चुनाव लड़ सकती थी और उनकी पार्टी को ज्यादा सीटें मिलती. उन्होंने कहा कि महायुति के नेतृत्व में लड़ा गया यह चुनाव उनके नेतृत्व की सफलता को दर्शाता है.
भाजपा के फैसले को मानेंगे, लेकिन...
शिंदे ने यह भी स्पष्ट किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह जो भी निर्णय लेंगे, वह उसे स्वीकार करेंगे. लेकिन उन्होंने भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व को यह याद दिलाना भी नहीं छोड़ा कि विधानसभा चुनाव उनके नेतृत्व में लड़ा गया और महायुति को ऐतिहासिक जीत मिली है.
ठाणे लौटने के बाद राजनीतिक चर्चा तेज
बता दें कि अमित शाह के साथ मीटिंग के बाद शिंदे अपने गांव सतारा के दारे गए थे. वहीं पर उन्होंने पत्रकारों से बातचीत करते हुए अपनी बात रखी. रविवार को वह ठाणे लौटे, जिससे नई सरकार को लेकर सियासी कयासबाजी तेज हो गई है.
भविष्य का सवाल: मुख्यमंत्री कौन बनेगा?
महाराष्ट्र की राजनीति में इस समय असमंजस की स्थिति बनी हुई है. एकनाथ शिंदे का दावा और भाजपा की तैयारियां, दोनों ही इस सियासी संकट को और गहराते हैं. अब देखना होगा कि भाजपा और शिवसेना के गठबंधन में मुख्यमंत्री पद को लेकर क्या सहमति बनती है.