टीचर ने जड़ा ऐसा थप्पड़ वेंटिलेटर पर पहूंची 9 साल की बच्ची, हॉस्पिटल में लड़ रही मौत से जंग
Maharashtra News: महाराष्ट्र के नालासोपारा कस्बे से एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है. यहां एक ट्यूशन टीचर ने 9 साल की बच्ची को इतनी बेरहमी से थप्पड़ मारा कि वो हॉस्पिटल पहुंच गई. उसकी हालत इतनी गंभीर हो गई कि उसे वेंटिलेटर पर रखा गया.
Maharashtra News: महाराष्ट्र के नालासोपारा कस्बे से एक बेहद हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. इस घटना ने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया है. एक ट्यूशन टीचर की बेरहमी का शिकार बनी 9 साल की मासूम बच्ची अब हॉस्पिटल में वेंटिलेटर पर जिंदगी और मौत के बीच जूझ रही है. मामला तब शुरू हुआ जब बच्ची एक ट्यूशन क्लास में पढ़ने गई थी. पढ़ाई के दौरान टीचर ने उसे थप्पड़ मारा, लेकिन थप्पड़ इतना जोरदार था कि बच्ची की तबीयत तुरंत खराब हो गई. उसकी हालत बिगड़ने पर उसे स्थानीय हॉस्पिटल ले जाया गया, लेकिन हालत गंभीर होने के कारण बच्ची को वेंटिलेटर पर रखना पड़ा.
बच्चों के प्रति हिंसा कितनी घातक हो सकती है इसका अंदाजा आप इस घटना से लगा सकते हैं. एक छोटी सी गलती के कारण बच्ची की हालत गंभीर हो गई है और वह अपनी जान बचाने के लिए संघर्ष कर रही है. इस तरह की घटना शिक्षा के क्षेत्र में अनुशासन और संयम की कमी को दर्शाती है. ताकि ऐसी दुखद घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो.
क्या है मामला?
पुलिस के अनुसार, बच्ची क्लास में शरारत कर रही थी. जब बच्ची ने टीचर की बात नहीं सुनी तो 20 साल ट्यूशन टीचर रत्ना सिंह ने बच्ची को दो बार जोरदार थप्पड़ मारे. थप्पड़ इतनी जोरदार थे कि बच्ची के कान की बाली उसके गाल में फंस गई और उसकी हालत बिगड़ती चली गई. बच्ची को पहले नालासोपारा के एक स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया था, लेकिन उसकी स्थिति गंभीर होने पर उसे मुंबई के केजे सोमैया अस्पताल में स्थानांतरित किया गया.
जिंदगी की जंग लड़ रही है बच्ची
यह घटना 5 अक्टूबर की है. लेकिन बच्ची को एक हफ्ते बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया. बच्ची को मस्तिष्क में गंभीर चोट, जबड़े में अकड़न, श्वास नली में चोट और टिटनेस संक्रमण होने की पुष्टि की गई है. वह पिछले नौ दिनों से वेंटिलेटर पर अपनी जिंदगी की जंग लड़ रही है.
पुलिस ने शुरू की कार्रवाई
बच्ची के माता-पिता द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के आधार पर पुलिस ने ट्विटर के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर ली है. पुलिस ने टीचर रत्ना सिंह को पूछताछ के लिए नोटिस भी जारी किया है. पुलिस का कहना है कि डॉक्टर की विस्तृत रिपोर्ट के बाद ही आरोपपत्र दाखिल करने पर फैसला लिया जाएगा.
समाज में रोष
इस घटना ने पूरे समाज में गुस्से और आक्रोश की लहर पैदा कर दी है. लोग बच्चों के साथ होने वाले इस तरह के हिंसात्मक व्यवहार की निंदा कर रहे हैं और इस मामले में न्याय की मांग कर रहे हैं. शिक्षा जगत में बच्चों के साथ हिंसा की इस घटना ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि क्या बच्चों के साथ कठोर अनुशासन सही है.