रिपोर्ट। मुस्कान
नई दिल्ली। राज्यसभा में विपक्ष के नेता को लेकर काफी दिनों से सस्पेंस बना हुआ था। रविवार को कांग्रेस ने इस बात का संकेत दिया है कि उसके पार्टी प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे ही राज्यसभा में विपक्ष के नेता बने रहेंगे।
कांग्रेस की 'एक व्यक्ति, एक पद' नीति के अनुरूप, जिसे उदयपुर चिंतन शिविर के दौरान अपनाया गया था, खड़गे ने पार्टी के राष्ट्रपति चुनाव के लिए अपना नामांकन दाखिल करने के बाद पद के लिए अपना इस्तीफा सौंप दिया था। सूत्रों के अनुसार पार्टी ने अभी तक खड़गे के इस्तीफे पर फैसला नहीं किया है, मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया है।
वहीं रविवार को हुए प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान एआईसीसी के महासचिव संचार जयराम रमेश से जब पार्टी प्रमुख के दोहरे पद के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने स्पष्ट किया कि खड़गे न केवल कांग्रेस के प्रमुख के रूप में, बल्कि राज्यसभा में विपक्ष के नेता के रूप में भी विपक्षी दलों के साथ जुड़ते रहेंगे।
शनिवार शाम को सोनिया गांधी के आवास पर मिले कांग्रेस के संसदीय रणनीति समूह ने कहा कि विपक्ष के नेता के रूप में खड़गे के बने रहने के मुद्दे पर कोई चर्चा नहीं हुई। वहीं रविवार को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने ऊपर से नीचे तक संगठनात्मक जवाबदेही की पुरजोर वकालत की और कहा कि जो लोग अपनी जिम्मेदारियों को पूरा करने में असमर्थ हैं उन्हें अपने सहयोगियों के लिए रास्ता निकालना होगा।
उनके द्वारा गठित कांग्रेस संचालन समिति की पहली बैठक में अपने उद्घाटन भाषण में खड़गे ने राज्य प्रभारियों को अगले 30 से 90 दिनों में लोगों के मुद्दों पर आंदोलन के लिए एक रोडमैप प्रस्तुत करने के लिए कहा गया है। First Updated : Sunday, 04 December 2022