Manipur: मणिपुर एक बार फिर हिंसा भड़क गई है. पश्चिमी इंफाल के कांगचुप क्षेत्र में कोत्रुक के निकट कुकी उग्रवादियों की तरफ से की गई गोलीबारी में एक महिला सहित दो लोगों की मौत हो गई, जबकि उसकी बेटी सहित चार अन्य घायल हो गए. अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी दी. हमले के बाद सुरक्षाबल अलर्ट मोड पर आ गए हैं. इस बीच कोत्रुक गांव के ग्राम पंचायत अध्यक्ष के अनुसार, संदिग्ध सशस्त्र उग्रवादियों ने दोपहर करीब 2 बजे बिना उकसावे के गोलीबारी शुरू कर दी, जब गांव के स्वयंसेवक संवेदनशील क्षेत्रों से दूर थे.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, कडंगबंद इलाके के लोगों का दावा है कि एक ड्रोन से एक घर पर 'बम' गिराया गया है. हालांकि पुलिस ने इसकी पुष्टि नहीं की है. मृतकों में से एक की पहचान फयेंग उमंग लेईकाई की 33 वर्षीय सुरबाला देवी के रूप में हुई है. महिला को इंफाल के क्षेत्रीय आयुर्विज्ञान संस्थान (आरआईएमएस) अस्पताल ले जाया गया, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया.
अधिकारियों ने बताया कि उनकी 13 वर्षीय बेटी एनजी रोजिया के दाहिने हाथ में चोट आई है और उसका इलाज उसी अस्पताल में चल रहा है. घायलों में 30 वर्षीय पुलिस अधिकारी एन रॉबर्ट भी शामिल हैं, जो अवांग खुनौ मनिंग लीकाई के निवासी हैं.
इस बीच दो अन्य घायलों, 26 वर्षीय इनाओ ताखेलम्बम और 19 वर्षीय थादोई हेइग्रुजम को राज मेडिसिटी अस्पताल ले जाया गया. दोनों को पेट के निचले हिस्से और दाहिने कंधे में चोटें आईं. इस बीच, स्थानीय प्रशासन ने इंफाल पश्चिम जिले में कर्फ्यू लगा दिया है तथा मणिपुर सरकार ने हमले की निंदा करते हुए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का वादा किया है.
मणिपुर गृह मंत्रालय की ओर से जारी एक प्रेस रिलीज में कहा गया है, 'राज्य सरकार को निहत्थे कौत्रुक ग्रामीणों पर ड्रोन, बम और कई अत्याधुनिक हथियारों से कथित तौर पर कुकी उग्रवादियों द्वारा किए गए हमले की दुर्भाग्यपूर्ण घटना के बारे में पता चला है, जिसमें एक महिला सहित दो लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए.' इसमें कहा गया है, "निहत्थे ग्रामीणों को आतंकित करने की ऐसी हरकत को राज्य सरकार बहुत गंभीरता से लेती है, जबकि वह राज्य में सामान्य स्थिति और शांति लाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है.'
इस बीच मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह सरकार ने आगे कहा कि उन्होंने स्थिति को नियंत्रित करने और इंफाल पश्चिम के कोटरुक गांव पर हमले में शामिल लोगों को दंडित करने के लिए पहले ही तत्काल कार्रवाई शुरू कर दी है. इस बीच, स्थिति को नियंत्रित करने तथा क्षेत्र में और अधिक हमलों को रोकने के लिए सीनियर पुलिस अधिकारियों को सीमांत क्षेत्रों सहित अधिकतम अलर्ट और सतर्क रहने का निर्देश दिया गया है, जबकि अपने क्षेत्रों में तैनात सभी बलों को भी सतर्क रहने को कहा गया है. मणिपुर के डीजीपी रजनी सिंह के एक आधिकारिक आदेश में कहा गया है, 'किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए तैनात बलों के बीच उचित समन्वय होना चाहिए. संयुक्त तलाशी अभियान चलाया जाना चाहिए.
First Updated : Sunday, 01 September 2024