मऊ: ई-रिक्शा चालक यूनियन ने परिचालन बन्द करके किया प्रदर्शन
उत्तर प्रदेश के मऊ जनपद में ई-रिक्शा चालक यूनियन के लोगों ने आज शहर के सभी रूट के ई रिक्शा का परिचालन बन्द करके सभी ई रिक्शा को सोनी धापा इंटर कालेज के मैदान में खड़ा कर
संवाददाता- हिमांशु शर्मा
मऊ। उत्तर प्रदेश के मऊ जनपद में ई-रिक्शा चालक यूनियन के लोगों ने आज शहर के सभी रूट के ई रिक्शा का परिचालन बन्द करके सभी ई रिक्शा को सोनी धापा इंटर कालेज के मैदान में खड़ा कर प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन करने लगे। ई रिक्शा चालकों ने प्रशासन मुर्दाबाद के नारे लगाते हुवे यातायात विभाग पर धन उगाही का आरोप लगाया। वहीं ई रिक्शा चालकों के कहना था कि नगर पालिका द्वारा 1040 रुपए प्रति माह लेने के बाद भी ई रिक्शा स्टैंड की व्यवस्था नहीं कि जा रही है और जब ई रिक्शा चालक गाड़ी रोककर जब सवारी उतारतें हैं तो यातायात विभाग के कर्मचारी उनकी गाड़ी का गलत चालान कर उनका शोषण करतें हैं।
वहीं ई-रिक्शा चालक यूनियन द्वारा प्रदर्शन की खबर सुनकर यातायात निरीक्षक राजकेश्वर सिंह मौके पर पहुचें और ई रिक्शा चालकों को समझा बुझाकर प्रदर्शन समाप्त कराया। वहीं ई रिक्शा चालक यूनियन के जिलाध्यक्ष जियुत प्रसाद का कहना था कि यातायात विभाग आए दिन ई रिक्शा चालकों के चालान कर उनका आर्थिक शोषण करतें हैं। और जब कभी कोई बात यातायात विभाग से की जाती है तो यातायात विभाग के सिपाही हमारी गाड़ी को पुलिस लाइन लेजाकर खड़ा कर सीज कर दिया जाता है। वहीं नगर में कहीं पर भी ई रिक्शा स्टैंड नहीं बना है।
जिसके कारण हमें अपनी गाड़ी सड़क पर ही खड़ा करना पड़ता हैं। नगर पालिका द्वारा ई रिक्शा स्टैंड के नाम पर हमसे प्रति माह 1040 रुपए की रकम भी ले ली जाती हैं। बावजूद इसके नगर पालिका द्वारा ऑटो स्टैंड बनाकर नहीं दिया गया है। वहीं यातायात निरीक्षक राजकेश्वर सिंह ने बताया कि शहर में वन वे रास्ते की जानकारी नहीं होने पर ये ई रिक्शा चालक अपना वाहन नो एंट्री में लेकर चले जाते हैं। धन उगाही का आरोप निराधार है। जब कोई विवाद उत्पन्न होता है तो लोग पैसे लेने का आरोप लगाते ही हैं। बाकी नगर पालिका द्वारा स्टैंड उपलब्ध कराने के लिए नगर पालिका को सूचित कर दिया जाएगा।