चौबीस में चौकाएंगी मायावती? इस रणनीति के तरह कर रही तैयारी
आगामी आम चुनाव को लेकर तैयारियों ने दस्तक दे दी है। एक ओर जहां भाजपा, कांग्रेस व आम आदमी पार्टी आगामी विधान सभा चुनाव जीतकर 2024 के लिए अपनी दावेदारी मजबूत करने का प्रयास कर रही है तो वहीं दूसरी ओर करीब 10 सालों से सत्ता से दूर मायावती का बहुजन समाज पार्टी आगामी लोकसभा चुनाव में अपनी पकड़ को मजबूत करने के लिए तैयारियां शुरू कर दी हैं।
लखनऊ: आगामी आम चुनाव को लेकर तैयारियों ने दस्तक दे दी है। एक ओर जहां भाजपा, कांग्रेस व आम आदमी पार्टी आगामी विधान सभा चुनाव जीतकर 2024 के लिए अपनी दावेदारी मजबूत करने का प्रयास कर रही है तो वहीं दूसरी ओर करीब 10 सालों से सत्ता से दूर मायावती का बहुजन समाज पार्टी आगामी लोकसभा चुनाव में अपनी पकड़ को मजबूत करने के लिए तैयारियां शुरू कर दी हैं।
बता दें हाल ही में पश्चिमी उत्तरप्रदेश के बड़े नेता इमरान मसूद ने बसपा को ज्वाइन किया कर आगामी तैयारियों के संकेत दे दिए हैं। हाल ही में बसपा सुप्रीमों मयावती ने अपने लखनऊ स्थित बसपा कार्यालय में मंडल पदाधिकारियों की अहम बैठक बुलाई। इस दौरान मायावती में पार्टी के पदाधिकारियों को मजबूत इरादे के साथ तैयारियों को शुरू करने के निर्देश दिये हैं।
गौरतलब है कि साल 2022 में हुई उत्तरप्रदेश विधान सभा चुनाव में पार्टी का प्रदर्शन कुछ खास नही रहा। कभी सत्ता में रही बसपा ने 2022 के चुनाव में केवल 1 सीट हासिल की। पार्टी की मौजूदा स्थिति को देखते हुए ऐसा माना जा रहा है कि पार्टी सुप्रीमो मायावती बड़े स्तर पर बदलाव के लिए पार्टी पदाधिकारियों को जमीन पर उतरकर काम करने के निर्देश दिए हैं।
निकाय चुनाव में बेहतर करने का प्रयास
विदित हो की उत्तप्रदेश में आगामी कुछ महीनों में निकाय चुनाव होने हैं, जिसे 2024 के चुनाव के लिए अहम माना जा रहा है। ऐसे में पार्टी चाह रही है कि इस चुनाव में बेहतर प्रदर्शन कर पार्टी कार्यकर्ताओं में जोश भरा जाए। बपसा अपनी बिखरी वोटरों को भी साधने का प्रयास कर रही है। दरअसल, दलित और मुस्लिम समाज के मतदाता बसपा के लम्बे समय तक वोटर रहें हैं, हालांकि हाल के दिनों में मुस्लिम बहुल क्षेत्रों में बसपा को उम्मीद के अनुसार वोट नहीं मिलें हैं। ऐसें में मयावती का प्रयास है कि दोबारा से उनका विश्वास हासिल कर प्रतिद्वंदियों को कड़ी चुनौती देने का प्रयास किया जाए।