फर्जी निकली महापौर शारदा सोलंकी की 10वीं की मार्कशीट, 420 का लगा केस
मध्य प्रदेश के मुरैना नगर निगम की महापौर शारदा सोलंकी के लिए मुश्किलें बढ़ गई हैं. कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल होने के बाद भी उनकी समस्याएं कम नहीं हो रही हैं. उनके खिलाफ 10वीं क्लास की फर्जी मार्कशीट के मामले में कोर्ट ने एफआईआर दर्ज करने के लिए कहा है.
मध्य प्रदेश के मुरैना नगर निगम की महापौर शारदा सोलंकी के लिए मुश्किलें बढ़ गई हैं. कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल होने के बाद भी उनकी समस्याएं कम नहीं हो रही हैं. उनके खिलाफ 10वीं क्लास की फर्जी मार्कशीट के मामले में कोर्ट ने एफआईआर दर्ज करने के लिए कहा है.
महापौर शारदा सोलंकी पर आरोप है कि उन्होंने 10वीं की फर्जी मार्कशीट बनाई थी. बीजेपी की प्रत्याशी मीना मुकेश जाटव ने उनके खिलाफ कोर्ट में याचिका दायर की थी. जांच में पता चला कि उनकी मार्कशीट नकली है. महापौर और उनके वकील का कहना है कि उन्हें इस फैसले की जानकारी नहीं है.
कांग्रेस से महापौर का लड़ा था चुनाव
शारदा सोलंकी ने कांग्रेस से महापौर का चुनाव लड़ा था, जबकि मीना मुकेश जाटव उनके खिलाफ बीजेपी की उम्मीदवार थीं. मीना ने कोर्ट में शारदा की मार्कशीट और जाति प्रमाण पत्र को फर्जी बताते हुए शिकायत की थी. हालांकि, जाति प्रमाण पत्र के मामले में मीना कोई ठोस सबूत नहीं दे पाईं, लेकिन 10वीं की मार्कशीट में गड़बड़ी का मामला RTI से सामने आया.
RTI से मिली जानकारी
जानकारी के अनुसार, महापौर ने जिस स्कूल से 1986 में 10वीं पास करने का दावा किया, उस स्कूल ने बताया कि उस साल उनके नाम का कोई विद्यार्थी ही नहीं था. RTI से मिली जानकारी में यह भी सामने आया कि शारदा की मार्कशीट में जो रोल नंबर था, वह किसी और के नाम पर था.
फेल स्टूडेंट के रोल नंबर पर बनवा ली मार्कशीट
उत्तर प्रदेश शिक्षा बोर्ड ने बताया कि उस रोल नंबर की मार्कशीट किसी नरोत्तम नाम के युवक की है, जो सभी विषयों में फेल है. इस मार्कशीट का इस्तेमाल महापौर के नामांकन में किया गया. कोर्ट ने सिविल लाइन थाने को महापौर शारदा सोलंकी के खिलाफ IPC की धारा 420, 467 और 468 के तहत केस दर्ज करने के निर्देश दिए हैं.