17 साल से पेट में कैंची लेकर घूम रही थी महिला! सर्जरी में हुआ डॉक्टरों की लापरवाही का सनसनीखेज खुलासा
लखनऊ में मेडिकल लापरवाही का एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है, जहां 17 साल पहले सिजेरियन ऑपरेशन के दौरान एक महिला के पेट में कैंची छूट गई थी. 2008 में इंदिरानगर के एक नर्सिंग होम में हुए ऑपरेशन के बाद से महिला को लगातार पेट दर्द की शिकायत रहती थी, लेकिन असली कारण किसी को नहीं पता चला. हाल ही में जब एक्स-रे कराया गया, तो पेट में कैंची होने का खुलासा हुआ.

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां डॉक्टरों की लापरवाही की वजह से एक महिला को 17 साल तक असहनीय पीड़ा झेलनी पड़ी. साल 2008 में हुए सिजेरियन ऑपरेशन के दौरान डॉक्टरों की टीम महिला के पेट में कैंची छोड़ बैठी, जिसका खुलासा हाल ही में हुए एक्स-रे में हुआ. इस घटना ने स्वास्थ्य व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं.
इंदिरानगर की रहने वाली इस महिला को लंबे समय से पेट दर्द की शिकायत थी, लेकिन तमाम जांचों के बावजूद असली कारण का पता नहीं चल सका. आखिरकार, जब हाल ही में एक्स-रे कराया गया, तो डॉक्टर भी हैरान रह गए—महिला के पेट में सर्जरी के दौरान छूटी हुई कैंची पाई गई. इसके बाद उसे किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (KGMU) में भर्ती कराया गया, जहां 26 मार्च को सर्जरी कर कैंची को सफलतापूर्वक निकाल दिया गया.
ऑपरेशन के दौरान छूट गई थी कैंची
पीड़िता के पति अरविंद कुमार पांडेय, जो कोऑपरेटिव सोसाइटी पंचायत लेखा परीक्षा उपनिदेशक हैं, ने बताया कि 26 फरवरी 2008 को उनकी पत्नी को प्रसव पीड़ा के चलते इंदिरानगर के एक नर्सिंग होम में भर्ती कराया गया था. वहां डॉक्टरों ने सिजेरियन ऑपरेशन किया, लेकिन इस दौरान कैंची पेट में ही छूट गई. सर्जरी के बाद से ही महिला को पेट दर्द की लगातार शिकायत रहती थी. उन्होंने कई डॉक्टरों को दिखाया, कई तरह के इलाज कराए, लेकिन किसी को भी समस्या की असली वजह नहीं समझ आई.
एक्स-रे में हुआ खुलासा
हाल ही में जब महिला की तबीयत और बिगड़ी, तो डॉक्टरों ने उसका एक्स-रे स्कैन कराया. रिपोर्ट आने के बाद पूरा परिवार स्तब्ध रह गया. महिला के पेट में एक कैंची मौजूद थी, जो पिछले 17 साल से शरीर के अंदर ही थी. परिवार ने तुरंत महिला को किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (KGMU) में भर्ती कराया, जहां डॉक्टरों की एक विशेषज्ञ टीम ने 26 मार्च 2025 को सफल सर्जरी कर कैंची को बाहर निकाला. KGMU के प्रवक्ता सुधीर सिंह ने इस बारे में कहा कि मरीज के पेट में 17 साल से कैंची थी, जिसे बेहद जटिल सर्जरी के बाद सफलतापूर्वक निकाल दिया गया है. फिलहाल मरीज की हालत स्थिर है और उसे घर भेज दिया गया है.
डॉक्टर के खिलाफ शिकायत दर्ज
महिला के पति अरविंद कुमार पांडेय ने इस गंभीर लापरवाही के खिलाफ गाजीपुर पुलिस स्टेशन में नर्सिंग होम के डॉक्टर के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है. उन्होंने आरोप लगाया कि इस लापरवाही की वजह से उनकी पत्नी को 17 साल तक मानसिक और शारीरिक कष्ट झेलना पड़ा. गाजीपुर पुलिस ने इस मामले में तहरीर के आधार पर जांच शुरू कर दी है. पुलिस अधिकारियों का कहना है कि वे पुराने रिकॉर्ड्स खंगाल रहे हैं और जांच पूरी होने के बाद ही कानूनी कार्रवाई होगी.
स्वास्थ्य व्यवस्था पर गंभीर सवाल
इस घटना ने देश की स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता और डॉक्टरों की लापरवाहियों को उजागर कर दिया है. यह सवाल खड़ा होता है कि इतनी बड़ी लापरवाही कैसे हो सकती है और 17 साल तक किसी को इसका पता क्यों नहीं चला? अब सबकी नजरें इस बात पर हैं कि क्या नर्सिंग होम के डॉक्टर के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी या यह मामला भी अन्य मेडिकल लापरवाहियों की तरह ठंडे बस्ते में चला जाएगा.