कोलकाता में ममता बनर्जी और डॉक्टरों के बीच पहली महत्वपूर्ण बैठक, नतीजों पर असमंजस बरकरार
कोलकाता में जूनियर डॉक्टरों के साथ रेप और हत्या के मामले को लेकर सोमवार को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के आवास पर महत्वपूर्ण बैठक हुई. इस बैठक में डॉक्टरों ने केवल बैठक के ब्यौरे की रिकॉर्डिंग और हस्ताक्षरित प्रति की मांग की, जिसे राज्य सरकार ने स्वीकार कर लिया. हालांकि, बैठक के बाद भी नतीजों की कोई स्पष्ट जानकारी नहीं दी गई है. धरना जारी है और डॉक्टर अपनी पांच प्रमुख मांगों पर अडिग हैं. क्या यह बैठक विवादों का समाधान लेकर आएगी या आंदोलन और बढ़ेगा?
Kolkata Rape Murder Case: कोलकाता में जूनियर डॉक्टरों के साथ रेप और हत्या की घटना के खिलाफ चल रहे आंदोलन का एक नया मोड़ आया है. सोमवार 16 सितंबर को, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और प्रदर्शनकारी डॉक्टरों के बीच पहली बार एक महत्वपूर्ण बैठक हुई. यह बैठक मुख्यमंत्री के आवास कालीघाट में आयोजित की गई थी. बैठक के बाद ममता बनर्जी बाहर आईं लेकिन बैठक के विवरण पर अभी भी कोई ठोस जानकारी साझा नहीं की गई है.
जूनियर डॉक्टरों ने पिछले कुछ दिनों से गंभीर विरोध प्रदर्शन किया है जिसमें वे आरजी कर अस्पताल की ट्रेनी डॉक्टर के साथ हुई रेप और हत्या की घटना के खिलाफ न्याय की मांग कर रहे हैं. पहले डॉक्टरों ने बैठक की ‘लाइव स्ट्रीमिंग’ और ‘वीडियो रिकॉर्डिंग’ की मांग की थी जिसे राज्य सरकार ने अस्वीकार कर दिया था. इसके परिणामस्वरूप पूर्व की बातचीतें असफल हो गई थीं.
हालांकि, अब डॉक्टरों ने अपनी मांग में नरमी दिखाते हुए केवल बैठक के विवरण को रिकॉर्ड करने और उसकी एक हस्ताक्षरित प्रति प्राप्त करने पर सहमति जताई है. राज्य सरकार ने इस शर्त को तुरंत स्वीकार कर लिया है.
मुख्य सचिव का बयान
मुख्य सचिव मनोज पंत ने कहा कि दोनों पक्ष बैठक के विवरण पर हस्ताक्षर करेंगे और प्रतियां एक-दूसरे को प्रदान की जाएंगी. इस कदम से बैठक के निष्कर्ष को स्पष्ट करने में मदद मिलेगी. इस बीच प्रदर्शनकारी डॉक्टरों ने स्वास्थ्य विभाग के मुख्यालय ‘स्वास्थ्य भवन’ के बाहर धरना जारी रखा है जो कि आठवें दिन में प्रवेश कर चुका है. डॉक्टर न्याय की मांग के साथ-साथ कोलकाता पुलिस कमिश्नर और राज्य के वरिष्ठ स्वास्थ्य अधिकारियों की बर्खास्तगी की भी मांग कर रहे हैं.
डॉक्टरों की प्रमुख मांगें और बैठक की तैयारी
बैठक से पहले, प्रदर्शनकारी डॉक्टरों ने अपने साथ दो पेशेवर स्टेनोग्राफर ले जाने की घोषणा की थी जो बैठक का ब्यौरा रिकॉर्ड करेंगे. डॉक्टरों ने साफ किया कि वे अपनी पांच प्रमुख मांगों से कम पर समझौता नहीं करेंगे, जो पहले ही सरकार के समक्ष रखी जा चुकी हैं. हालांकि बैठक का पहला दौर समाप्त हो गया है लेकिन अभी तक नतीजों के बारे में कोई स्पष्ट जानकारी नहीं है. डॉक्टरों और राज्य सरकार के बीच अगली बातचीत की तारीख और समय अभी भी निर्धारित नहीं हुए हैं. इस स्थिति में, प्रदर्शनकारी डॉक्टरों का धरना और उनके आंदोलन जारी रहने की संभावना है जब तक कि उनकी मांगों को पूरा नहीं किया जाता.